!['7 दिन के अंदर अवैध हथियार जमा करें', बांग्लादेश के प्रोटेस्टर्स को अंतरिम सरकार का फरमान](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202408/66b9d1056135c-bangladesh-protesters-120819340-16x9.png)
'7 दिन के अंदर अवैध हथियार जमा करें', बांग्लादेश के प्रोटेस्टर्स को अंतरिम सरकार का फरमान
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बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनने के बाद अब शांति स्थापित करने की कोशिशें शुरू होती दिखाई दे रही हैं. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) एम सखावत हुसैन ने प्रदर्शनकारियों को 19 अगस्त तक सभी अवैध हथियार सौंपने के लिए कहा है. इनमें हालिया हिंसा के दौरान सुरक्षाबलों से लूटी गई राइफलें भी शामिल हैं.
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनने के बाद अब शांति स्थापित करने की कोशिशें शुरू होती दिखाई दे रही हैं. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) एम सखावत हुसैन ने प्रदर्शनकारियों को 19 अगस्त तक सभी अवैध हथियार सौंपने के लिए कहा है. इनमें हालिया हिंसा के दौरान सुरक्षाबलों से लूटी गई राइफलें भी शामिल हैं.
बांग्लादेशी मीडिया डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक हुसैन ने कहा कि अगर लूटे गए हथियार नजदीकि पुलिस थानों में वापस नहीं किए गए, तो अधिकारी तलाशी लेंगे. तलाशी अभियान में अगर किसी के पास अनधिकृत हथियार पाया गया, तो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा.
हुसैन ने यह बात संयुक्त सैन्य अस्पताल में अर्धसैनिक बांग्लादेश अंसार सदस्यों से मिलने के दौरान कही. बता दें कि छात्रों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में अर्धसैनिक बल के जवान बड़ी संख्या में घायल हुए हैं. दरअसल, बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ शुरू हुआ आंदोलन शेख हसीना की कुर्सी के लिए मुसीबत बन गया था, जिसके बाद एक हफ्ते पहले शेख हसीना ने बांग्लादेश के पीएम के पद से इस्तीफा दे दिया था.
इस्तीफा देने के बाद शेख हसीना भारत आ गईं थी, जो अब भी भारत में ही हैं. उन्हें भारत सरकार की तरफ से सुरक्षा दी गई है. हालांकि, अभी यह साफ नहीं हुआ है कि शेख हसीना भारत में लंबे समय तक रहेंगी या उन्हें किसी दूसरे देश भेज दिया जाएगा.
शेख हसीना के खिलाफ शुरू हुए छात्रों के उग्र प्रदर्शन के कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुए. इनमें से एक वीडियो में एक युवक को 7.62 एमएम की राइफल छीनते हुए देखा गया था. इस वीडियो का हवाला देते हुए ही हुसैन ने कहा कि राइफल अब कर वापस नहीं की गई है. अगर खुद हथियार सौंपने नहीं आ सकते तो किसी और के हाथों भी हथियार भेज सकते हैं.
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