'हीरो बनने आया हूं बूढ़े का रोल दे रहे', महाभारत में द्रोणाचार्य का रोल मिलने पर भड़का एक्टर, डांट पड़ी तो निकले आंसू
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महाभारत फेम सुरेंद्र पाल ने शुरुआत में गुरु द्रोणाचार्य का रोल रिजेक्ट कर दिया था. वो बूढ़े शख्स का रोल प्ले नहीं करना चाहते थे. जब बीआर चोपड़ा को उनकी ये सोच पता लगी तो उन्होंने एक्टर को खूब सुनाया. इसकी वजह से सुरेंद्र मेकर्स के सामने रो पड़े थे. जानें फिर क्या हुआ था.
एक्टिंग फील्ड में कई दफा ऐसा होता है जब कोई आर्टिस्ट पहले किसी एक पर्टिकुलर रोल को करना नहीं चाहता, फिर बाद में वो ही किरदार उसकी पहचान बनता है. बीआर चोपड़ा की महाभारत में गुरु द्रोणाचार्य के रोल में दिखे सुरेंद्र पाल के साथ भी ऐसा ही हुआ. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वो पहले द्रोणाचार्य का रोल नहीं करना चाहते थे. क्योंकि वो हीरो बनकर स्क्रीन पर दिखना चाहते थे.
ठुकराया था द्रोणाचार्य का रोल
सुरेंद्र पाल ने शुरुआत में गुरु द्रोणाचार्य का रोल रिजेक्ट कर दिया था. वो बूढ़े शख्स का रोल प्ले नहीं करना चाहते थे. जब बीआर चोपड़ा को उनकी ये सोच पता लगी तो उन्होंने एक्टर को खूब सुनाया. इसकी वजह से सुरेंद्र मेकर्स के सामने रो पड़े थे. राजश्री अनपलग्ड को दिए इंटरव्यू में सुरेंद्र ने कहा- गूफी पेंटल ने मुझे फोन कर कहा कि आपके लिए मेरे पास रोल है. सेट पर पहुंचने के बाद उन्होंने बताया कि कास्टिंग हो चुकी है. लेकिन महाभारत में द्रोणाचार्य के रोल की कास्टिंग अभी बाकी है. मैं द्रोणाचार्य का नाम सुनने के बाद नाराज हो गया था. मैंने कहा- बूढ़े का रोल मुझे दिया जा रहा है. मैं यहां हीरो बनने आया हूं. मैं हैंडसम हूं. मुझे लगा था मेरा करियर शुरू होने से पहले खत्म हो जाएगा.
नहीं करना था बूढ़े आदमी का रोल
मैंने गूफी पेंटल को साफ कहा कि मैं बूढ़े आदमी का रोल नहीं निभा सकता. ये कहकर मैं सेट से चला गया था. जैसे मैं सेट से जाने लगा. एक आदमी मेरे पास भागते हुए आया और कहा कि बीआर चोपड़ा ने मुझे अपने ऑफिस बुलाया है. उस मुलाकात के दौरान बीआर चोपड़ा ने मुझे पहली लाइन ये कही थी- मुझे मेरा द्रोणाचार्य मिल गया है. वो जो कह रहे थे मुझे अच्छा नहीं लगा.
बीआर चोपड़ा से पड़ी थी डांट
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