हानिया की मौत के बाद ये नेता संभाल सकता है Hamas की कमान, इजरायल की मोस्ट-वॉन्टेड लिस्ट में, माना जाता है 7 अक्टूबर हमले का मास्टरमाइंड
AajTak
ईरान की राजधानी तेहरान में इस्माइल हानिया की हत्या के बाद से बवाल मचा हुआ है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसके बाद पूरा का पूरा मिडिल ईस्ट यहूदी देश इजरायल के खिलाफ आ सकता है. हानिया हमास का सबसे कद्दावर चेहरा थे. तो क्या उनकी मौत के बाद फिलिस्तीन के इस आतंकी गुट के पास कोई रिप्लेसमेंट नहीं बचा?
लगभग 10 महीनों से चला आ रहा हमास-इजरायल युद्ध अब नए मोड़ पर खड़ा है. इजरायल ने दो रोज पहले ही आतंकी गुट हमास के सुप्रीम लीडर की हत्या कर दी. मामला इसलिए भी तूल पकड़ रहा है क्योंकि हत्या की जगह ईरान थी. ये वही देश है जो खुद हमास का बढ़ावा देता रहा. अब ईरान समेत लेबनान और लगभग पूरा मध्यपूर्व इजरायल पर भड़का हुआ है. लेकिन सबसे पहली जरूरत हमास में एक नेता की है, जो खाली स्थान को भर सके.
इस वजह से थी हानिया की पूछ
वैसे तो हमास के कई सारे लीडर गाजा पट्टी में मारे जा चुके लेकिन इस्माइल हानिया की हत्या गुट के लिए बड़ा लॉस है. ये बाकी खूंखार नेताओं की तुलना में मॉडरेट चेहरा था, जो दुनिया से सीधा संवाद करता था. हानिया को कूटनीति का जानकार माना जाता था, जो जानता था कि कब तार खींचने और कब ढीले छोड़ने हैं. हाल में तेहरान में हुई उनकी हत्या के बाद चर्चा हो रही है कि हमास की कमान अब किसके हाथ में होगी!
इनमें एक है याह्या सिनवार यह वो नेता है, जिसने साल 1980 में हमास की नींव रखने में मदद की थी. बता दें कि इस समय फिलिस्तीन में इजरायल के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा था और इसे एक चेहरा देने के लिए हमास की स्थापना हुई थी. सिनवार को इजरायली सेना ने कई बार गिरफ्तार किया. यहां तक कि उन्होंने 2 दशक से ज्यादा समय इजरायल की जेल में बिताया. साल 2011 में कैदियों की अदलाबदली के दौरान हमास ने सिनवार को वापस लौटाने की मांग थी, जिसे मजबूरी में इजरायल को मानना पड़ा.
सिनवार की जानकारी देने वाले को 4 लाख डॉलर का इनाम
Canada commission report: आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच कर रही कमीशन ने अपने 123 पन्नों की रिपोर्ट में इस हत्याकांड से किसी भी विदेशी लिंक से इनकार किया है. ये रिपोर्ट कनाडा के पीएम ट्रूडो के दावे पर जोरदार तमाचा है जहां उन्होंने निज्जर की हत्या में इंडियन एजेंट की भूमिका को माना था. इसके साथ ही दोनों देशों के संबंध रसातल में चले गए थे.
स्विफ्ट की लोकप्रियता का आलम ये है कि वह जिस भी शहर या देश में परफॉर्म करती हैं, वहां की जीडीपी को एकदम से बूस्ट कर देती हैं. कॉन्सर्ट के जरिए सिंगापुर जैसे कई देशों की गड़बड़झाल इकोनॉमिक्स को दुरुस्त कर चुकीं स्विफ्ट की इसी लोकप्रियता को दुनियाभर में Swift-Effect और Swiftonomics का नाम दिया गया है. लेकिन स्विफ्ट को लेकर दुनियाभर में इतनी दीवानगी क्यों हैं और वह कैसे किसी देश की गिरती जीडीपी की दिशा बदल देती हैं?
वाशिंगटन नेशनल एयरपोर्ट के पास एक विमान और हेलिकॉप्टर की टक्कर से हड़कंप मच गया. दोनों वाहन फोटोमैक नदी में गिर गए. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, लगभग 60 लोगों की मौत की आशंका है. अमेरिकन एयरलाइंस का बोम्बार्डियर सीआरजे 700 जेट और एच-60 हेलिकॉप्टर रनवे के ऊपर 300 फीट की ऊंचाई पर टकराए. एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है और बचाव अभियान जारी है. फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन जांच कर रहा है कि यह दुर्घटना एटीसी की गलती या पायलट के निर्णय के कारण हुई.
अमेरिका के यूथ हार्मोन थेरेपी और सर्जरी करवाकर अपना सेक्स बदल लेते हैं. अमेरिका में कई किशोर प्यूबर्टी ब्लॉकर्स (puberty blockers) का इस्तेमाल करते हैं. जिससे उनकी उम्र थम जाती है. वे बड़े हो ही नहीं पाते हैं. यही नहीं यहां कई लड़के-लड़कियां केमिकल कास्ट्रेशन और सर्जिकल म्यूटिलेशन की मदद लेकर लिंग बदलवाते हैं. लेकिन ट्रंप ने इन प्रैक्टिस पर रोक लगा दी है.