'हां मैंने 15 लाख दिए थे!' पटवारी परीक्षा की टॉपर ने वीडियो जारी कर कहीं ये बातें
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पटवारी परीक्षा में हुई धांधली की खबरों के बीच छठी रैंक टॉपर के वीडियो ने तूफान-सा खड़ा कर दिया है. कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी इस वीडियो में टॉपर ने खुद माना है कि उन्होंने और उनके परिवार ने 15 लाख रुपये की देकर इस परीक्षा में सेलेक्शन पाया है. साथ ही उन्होंंने लोगों से एक भावुक अपील भी की है.
मध्यप्रदेश में हुई पटवारी परीक्षा में धांधली के आरोपों के बीच इस परीक्षा में छठी रैंक की टॉपर मधुलता गड़वाल के वीडियो ने आग में घी का काम किया है. मधुलता गड़वाल ने एक वीडियो जारी करके कहा है कि उन्होंने और उनके परिवार ने 15 लाख रुपये देकर सेलेक्शन लिया है. यह वीडियो कांग्रेस पार्टी के हवाले से जारी किया गया है.
aajtak.in को मिले इस वायरल हो रहे वीडियो में मधुलता नाम की युवती ने दावा किया है उनका नाम मधुलता गड़वाल है. मेरे पिता का नाम लालपति राम है. उन्होंने आगे कहा कि मेरे बारे में जो चर्चा चल रही है कि मैंने 15 लाख दिए तो उस पर मैं कहना चाहती हूं. हां मैंने 15 लाख दिए.
अगर कोई आपको ऐसे ऑफर दे तो आप नहीं मानेंगे.
मैंने इसके लिए माना, मेरे पापा ने भी माना. उन्होंने आगे कहा कि इसका ये मतलब नहीं है कि मैंने पढ़ाई नहीं की. मैंने भी तैयारी की. साथ ही माना कि अभी तक जो भी हुआ इसमें मेरी भी गलती है. उन्होंने सरकार से निवेदन किया कि मुझे पोस्ट मत दीजिए. हम लोगों को निकाल दीजिए लेकिन हम लोगों की वजह से बाकी को कुछ न हो. साथ ही लोगों से अपील की है कि हमलोगों को इतन गलत न समझें, अगर आपको कोई ऑफर करता तो आप भी यही करते.
क्या है पूरा मामला
गुरुवार को पटवारी परीक्षा के परिणाम की घोषणा के बाद आरोप लगाया गया कि ज्यादातर टॉपर वो हैं, जिन्होंने ग्वालियर के एक एग्जाम सेंटर में परीक्षा दी थी. इस पर शक तब और गहराया जब मंडल की तरफ से टॉपर्स की लिस्ट ही जारी नहीं की गई. छात्रों ने मांग की कि टॉपर लिस्ट जारी हो और किसने कहां पेपर दिया है ये भी बताया जाए. 10 जून को टॉपर लिस्ट जारी की गई. तब पता चला कि टॉप 10 में से 7 उम्मीदवारों ने ग्वालियर के एनआरआई कॉलेज एग्जाम सेंटर में परीक्षा दी थी. इसी के बाद परीक्षा पर सवाल उठने लगे. इस मामले में 13 जुलाई को प्रदेश के कई शहरों में छात्रों ने प्रदर्शन किया.
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