'सभी ने सत्ता का सुख भोगा, डीके शिवकुमार को CM की कुर्सी सौंप दें सिद्धारमैया...', बोले वोक्कालिगा के प्रमुख संत
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उन्होंने केम्पेगौड़ा जयंती के मौके पर कहा कि सिद्धारमैया पहले से ही सत्ता में है. भविष्य में सिद्धारमैया को कुर्सी डीके शिवकुमार को देनी चाहिए. मैं सिद्धारमैया से गुजारिश करता हूं कि उन्हें शिवकुमार को सत्ता सौंप देनी चाहिए. ऐसा तभी हो सकता है, जब सिद्धारमैया इसके लिए तैयार हो.
कर्नाटक में वोक्कालिगा समुदाय से ताल्लुक रखने वाले संत चंद्रशेखर स्वामी ने मुख्यमंत्री पद को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि राज्य में हर कोई मुख्यमंत्री बन गया है और सत्ता का सुख सभी ने भोगा है लेकिन डीके शिवकुमार अभी तक मुख्यमंत्री नहीं बन पाए हैं.
उन्होंने केम्पेगौड़ा जयंती के मौके पर कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पहले से ही सत्ता में है. भविष्य में सिद्धारमैया को कुर्सी डीके शिवकुमार को देनी चाहिए. मैं सिद्धारमैया से गुजारिश करता हूं कि उन्हें शिवकुमार को सत्ता सौंप देनी चाहिए. ऐसा तभी हो सकता है, जब सिद्धारमैया इसके लिए तैयार हो.
उन्होंने कहा कि मैं दोबारा सिद्धारमैया से अनुरोध करता हूं कि कृपया डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाएं.
बता दें कि पिछले साल राज्य में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार में ठन गई थी. डीके शिवकुमार पार्टी के राज्य यूनिट के अध्यक्ष थे और उनके नेतृत्व में ही कांग्रेस को बड़ी जीत मिली थी. इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोका था. हालांकि पार्टी हाईकमान ने सिद्धारमैया के चेहरे पर मुहर लगाई और इससे पहले डीके शिवकुमार को मनाने के तमाम प्रयास किए गए. फिर उन्हें राज्य का डिप्टी सीएम नियुक्त किया गया.
वोक्कालिगा समुदाय के सबसे बड़ा चेहरा
डीके वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं. कर्नाटक की सियासत में वोक्कालिगा समुदाय को लिंगायत के बाद दूसरी किंगमेकर मानी जाती है. जेडीएस प्रमुख देवगौड़ा इसी समुदाय से आते हैं. कर्नाटक में अब तक 6 मुख्यमंत्री वोक्कालिगा समुदाय के बने हैं. वोक्कालिगा समुदाय को कांग्रेस के खेमे में लाने की जिम्मेदारी डीके शिवकुमार पर रही है. वे 2008 में रामनगर जिले के कनकपुरा विधानसभा सीट से पहली बार कांग्रेस विधायक बने थे. उसके बाद 2013 में उन्होंने इसी सीट से रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की थी. वे अब तक लगातार 8 बार इस सीट से विधायक चुने गए.
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