शख्स ने एक करोड़ में खरीदा घर, ताकि मुफ्त में रहें जरूरतमंद लोग!
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जरूरतमंद परिवारों की मदद के लिए जेमी ह्यूजस ने एक घर खरीदा है. इस घर में रहने वाले लोगों से कोई पैसा नहीं लिया जाएगा.
एक कंपनी के मालिक ने 98 लाख रुपए का मकान खरीदा है, ताकि वे यूक्रेन के शरणार्थी परिवारों को रहने के लिए जगह उपलब्ध करा सकें. उनका कहना है कि जो भी इस मकान में रहेगा, उसे कोई भी पैसा नहीं देना होगा. यहां रहना बिल्कुल फ्री होगा. एक परिवार इस घर में जल्द रहने के लिए आने वाला है. डेलीमेल के मुताबिक, 50 साल के जेमी ह्यूजस रूस के हमले के बाद यूक्रेन के शरणार्थी परिवारों की मदद करना चाहते हैं. ऐसे में उन्होंने ब्रिटेन के नॉर्थ वेल्स के पास व्रेक्सहेम में 3 बेडरूम का घर खरीद लिया. जेमी ने 21 साल की उम्र में टेलीकॉम कंपनी शुरू की थी.
उनका ये घर जल्द ही एक यूक्रेनी मां और उनके तीन बच्चों का आशियाना होगा. जेमी ने बताया, 'मैं ऐसे लोगों की मदद करना चाहता था, क्योंकि लाखों लोगों को घर छोड़कर जाते हुए देख स्तब्ध रह गया.'
पहले बिल्डिंग बनाने के बारे में सोचा जेमी ने पहले सोचा था कि वह अपने घर के पास ही ऐसे जरूरतमंद लोगों के लिए अलग बिल्डिंग बनाएंगे, लेकिन फिर उनको अंदाजा हुआ कि इसमें काफी समय लगेगा. जेमी के अनुसार, इसमें कम से कम दो साल का समय लग जाता, फिर जेमी ने कई प्रॉपर्टी देखी. इसके बाद इनमें से एक मकान खरीद लिया.
जल्द आएगा यूक्रेनी परिवार अब फिलहाल इस घर में तीन बच्चों की मां मारिया रहेंगी. उनके तीन बच्चे हैं, जिनकी उम्र 10, 12 और 14 साल है. डेलीमेल के मुताबिक, मारिया यूक्रेन के एक अस्पताल में काम करती हैं. वह अभी पश्चिमी यूक्रेन में ही हैं और पोलैंड में स्थित रिफ्यूजी कैंप में जाने के लिए तैयारी कर रही हैं. मारिया को उम्मीद है कि वो जल्द आने वाले सप्ताह में ब्रिटेन आ जाएंगी. फिलहाल वह वीजा की मंजूरी का इंतजार कर रही हैं.
फेसबुक ग्रुप से मिली मदद मारिया की पारिवारिक दोस्त जूली सिमकिंस ने उन्हें घर दिलाने में मदद की. उन्हें इस घर की जानकारी फेसबुक ग्रुप 'व्रेक्सहेम एंड यूक्रेन यूनाइटेड' से मिली थी. जूली ने कहा कि इस ग्रुप के लोग, सोफा, बेड और वाशिंग मशीन भी दान कर रहे हैं.
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