'लोग सीपीआई-बीजेपी-कांग्रेस को जूतों से मारेंगे', TMC नेता सौगत रॉय के विवादित बोल
AajTak
तृणमूल कांग्रेस के सीनियर लीडर और सांसद सौगत रॉय ने रविवार को विपक्ष पर जमकर हमला बोला. अपने लोकसभा क्षेत्र दमदम में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा- मैं बीजेपी, कांग्रेस और सीपीआईएम को आगाह करना चाहता हूं, अगर आप खुद को संभालेंगे नहीं, तो आम लोग आपको जूतों से मारेंगे.
पश्चिम बंगाल के दमदम से लोकसभा सांसद और तृणमूल कांग्रेस के सीनियर लीडर सौगत रॉय रविवार को विपक्षी दलों पर जमकर भड़के. वो यहां एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि वो कांग्रेस, बीजेपी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) को चेतावनी देते हैं कि खुद को संभाल लें, नहीं तो जनता आपको जूतों से मारेगी.
सौगत रॉय ने कहा, '' तीन बार सांसद चुने जाने के नाते मैं सीपीआईएम, बीजेपी और कांग्रेस को चेतावनी देना चाहता हूं, अगर आप खुद को संभालेंगे नहीं, तो जनता आपको जूतों से मारेगी. "
दरअसल तृणमूल कांग्रेस इस समय सियासी संकट से जूझ रही है. पार्टी के कई बड़े नेताओं के खिलाफ सीबीआई और ईडी की जांच चल रही है. इसमें शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में पार्थ चटर्जी को जेल होने से लेकर मवेशी तस्करी मामले में अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी तक शामिल है. ऐसे में विपक्ष तृणमूल कांग्रेस पर हमलावर बना हुआ है. वहीं सीपीआईएम ने तो 'चोर धोरो, जेल भोरो' जैसा अभियान भी छेड़ा है. इससे गुस्साए सौगत रॉय पहले भी कह चुके हैं कि ये तृणमूल कांग्रेस के लिए मुश्किल वक्त है, इससे पार्टी की छवि को नुकसान हो रहा है.
रविवार की जनसभा में उन्होंने कहा, ''अगर आपको (विपक्ष) सच में किसी के खिलाफ बोलना है तो उनके खिलाफ बोलो, जो गिरफ्तार हुए. उनके खिलाफ कार्रवाई करो. आप दिन-रात सबको चोर बोल रहे हैं और उन्हें जेल भेजने की बात कर रहे हैं.'
उन्होंने कहा-सबसे बड़ी चोर बीजेपी है. वह अडानी-अंबानी की सबसे बड़ी 'चमचा' है. बीजेपी को अरबपतियों से सबसे ज्यादा पैसा मिलता है, हम उनसे कोई सीख नहीं लेना चाहते.
सौगत रॉय के बयान पर विपक्ष की भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है. कांग्रेस नेता शुभंकर सरकार ने कहा कि वह सौगत रॉय के बयान की कड़ी निंदा करते हैं. एक प्रोफेसर होने के नाते उन्हें इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए. हर दिन उनकी पार्टी अपनी लोकप्रियता खो रही है, ऐसा कहकर वो इसे बचाए रखने की कोशिश कर रहे हैं. बंगाल में विपक्ष पर हमला करने का ये रिवाज नहीं है, ममता बनर्जी को उन पर कार्रवाई करनी चाहिए.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.