रूस से सस्ता तेल खरीदने को लेकर अमेरिका ने भारत को दी नसीहत
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अमेरिका ने एक बार फिर भारत से कहा है कि रूसी तेल खरीदना भारत के हित में नहीं होगा इसलिए भारत को रूस से अपना व्यापार नहीं बढ़ाना चाहिए. अमेरिका का कहना है कि भारत रूसी तेल पर निर्भरता खत्म करे, बदले में अमेरिका उसे तेल मुहैया कराएगा.
यूक्रेन पर हमले के कारण रूस पर लगे प्रतिबंधों के बीच अमेरिका लगातार भारत पर दबाव बना रहा है कि वो रूस से किसी तरह का ऊर्जा आयात न बढ़ाए. एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि रूसी तेल या अन्य रूसी सामानों के आयात में तेजी लाना भारत के हित में नहीं है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने मंगलवार को कहा, 'हमें नहीं लगता कि रूसी ऊर्जा और अन्य वस्तुओं के आयात में तेजी लाना या आयात को बढ़ाना भारत के हित में है.'
रूस भारत को रियायती दरों पर ईंधन तेल मुहैया करा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस भारत को 35 डॉलर प्रति बैरल तक की छूट दे रहा है. रूस पर लगे प्रतिबंधों के कारण डॉलर में व्यापार करना रूस के लिए संभव नहीं है इसलिए दोनों देश भुगतान के अन्य तरीकों पर बातचीत कर रहे हैं.
इन खबरों के बीच भारत पर रूसी तेल न खरीदने का दबाव बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्र के लिए अमेरिकी उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह बीते बुधवार को दो दिवसीय यात्रा पर भारत आए थे. इस दौरान उन्होंने भारत से आग्रह किया कि वो रूस के साथ अपने संबंधों को न बढ़ाए.
द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत यात्रा के दौरान दलीप सिंह ने चेताते हुए कहा था कि अगर भारत रूस से कम दरों पर तेल खरीदता है तो उसे अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा.
अब अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय ने भी भारत पर दबाव बढ़ाने की कोशिश की है. जेन साकी ने कहा, 'हर देश को उन प्रतिबंधों का पालन करना चाहिए जो अमेरिका ने लगाए हैं और जिन्हें हमने पूरी दुनिया में लागू किया है.'
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