![रिश्ते सुधारने के लिए सऊदी पहुंचे तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202204/turkey_and_saudi-sixteen_nine.jpg)
रिश्ते सुधारने के लिए सऊदी पहुंचे तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन
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बता दें कि 2018 में तुर्की की राजधानी इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या कर दी गई थी. इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था.
तुर्की ने चार साल बाद अब सऊदी अरब से रिश्ते सुधारने की दिशा में कदम आगे बढ़ाए हैं. तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप अर्दोगन दो दिवसीय दौरे पर सऊदी पहुंचे हैं. उन्होंने यहां सऊदी के किंग सलमान बिन अब्दुलअजीज से मुलाकात की. दोनों ने एक-दूसरे को गले लगाया और काफी देर तक बातचीत की. अर्दोगन की क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से भी मुलाकात हुई है.
अर्दोगन ने कहा कि मेरी यात्रा हमारे दोनों सहयोगी देशों के बीच सहयोग के एक नए युग की शुरुआत करने की साझा इच्छा का प्रतीक है. हम राजनीति, सेना, अर्थव्यवस्था और संस्कृति समेत सभी क्षेत्रों में बेहतर संबंधों के एक नए युग को शुरू करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे.
2018 में खशोगी की हत्या के बाद बिगड़ गए थे रिश्ते
बता दें कि 2018 में तुर्की की राजधानी इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या कर दी गई थी. इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था. खशोगी सऊदी सरकार का खुलकर विरोध करते थे. इस घटना को लेकर तुर्की ने सऊदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया था. दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा तो सऊदी अरब ने अनाधिकारिक तौर पर तुर्की से आयात रोक दिया था.
कूटनीतिक तौर पर जरूरी हो गए थे संबंध सुधारना
अब हाल में तुर्की की आर्थिक व्यवस्था संकट में है. लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में तुर्की सरकार ने खशोगी हत्याकांड के संबंध में अपनी जांच सऊदी अरब को सौंपने का फैसला किया है. हालांकि, वहां विपक्षी दल इस फैसले से नाराज हैं और सरकार को निशाना बना रहे हैं. जानकारों और राजनयिकों का कहना है कि कूटनीतिक रूप से तुर्की के अलग थलग हो जाने के कारण संबंधों को सुधारना जरूरी हो गया था.
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