रवनीत बिट्टू कांग्रेस तो राजभूषण चौधरी VIP से आए... मोदी सरकार 3.0 में मंत्री बने दूसरे दलों से आए BJP के ये 7 नेता
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मोदी सरकार 3.0 की जंबो कैबिनेट में दूसरे दलों से आए नेताओं को भी बीजेपी ने तरजीह दी है. सरकार में करीब 10 फीसदी मंत्री ऐसे हैं जो दूसरे दलों से बीजेपी में आए थे.
मोदी सरकार 3.0 की कैबिनेट में पीएम मोदी समेत 72 सदस्य हैं. मोदी मंत्रिमंडल में बर्थ के प्रबल दावेदार माने जा रहे कुछ नेता कैबिनेट से बाहर हैं तो कुछ चेहरे चुनावी बाजी हारकर भी मंत्री पद तक पहुंचने में सफल रहे हैं. पीएम मोदी की अगुवाई वाली सरकार के इस जंबो कैबिनेट में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी जैसे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कद्दावर नेता हैं तो वहीं दूसरे दलों से पार्टी में आए नेताओं को भी तरजीह दी गई है. रवनीत सिंह बिट्टू से लेकर कीर्तिवर्धन सिंह और रविभूषण चौधरी तक..., आइए जानते हैं मोदी सरकार 3.0 के ऐसे मंत्रियों को, जो दूसरे दलों से बीजेपी में आए थे.
रवनीत बिट्टू
रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब की लुधियाना सीट से दो बार कांग्रेस के टिकट पर सांसद निर्वाचित हुए. एक बार वह आनंदपुर साहिब सीट से भी सांसद रहे हैं. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिट्टू ने हाथ का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. बिट्टू बीजेपी के टिकट पर लुधियाना सीट से ही चुनाव मैदान में उतरे थे लेकिन जीत का चौका नहीं लगा सके. बिट्टू पंजाब के दादा बेअंत सिंह पंजाब के सीएम रहे. बेअंत सिंह की सीएम पद पर रहते हुए हत्या हो गई थी. कांग्रेस से जुड़े परिवार से आने वाले बिट्टू खुद भी राहुल गांधी से मुलाकात के बाद सियासत में आए थे.
जितिन प्रसाद
साल 2001 में कांग्रेस की यूथ विंग में बतौर राष्ट्रीय महासचिव अपना करियर शुरू करने वाले जितिन प्रसाद 2004 में शाहजहांपुर सीट से हाथ के सिंबल पर पहली बार संसद पहुंचे थे. जितिन 2009 में लखीमपुर खीरी की धौरहरा सीट से संसद पहुंचे. वह डॉक्टर मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की सरकार में मंत्री भी रहे. 2014 चुनाव में उन्हें मात मिली थी. 2022 के यूपी चुनाव से ठीक पहले जितिन ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी की सदस्यता ले ली थी. जितिन केंद्रीय राजनीति में मंत्री पद के साथ वापसी तक यूपी सरकार में मंत्री रहे. लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने वरुण गांधी का टिकट काट पीलीभीत से जितिन को उम्मीदवार बनाया था. जितिन पीलीभीत से सांसद निर्वाचित हुए हैं.
ज्योतिरादित्य सिंधिया
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