ये महिलाएं अनजानों को क्यों भेज रहीं प्राइवेट फोटोज?
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इस प्रोजेक्ट में 38 महिलाएं शामिल हैं, प्रोजेक्ट का नाम 'टेरओनलीफैंस' है. खास बात ये है कि इन महिलाओं में कोई भी सेक्स वर्कर नहीं है.
महिलाओं के एक ग्रुप ने प्राइवेट फोटोज बेचकर करोड़ों रुपए जमा किए. इन महिलाओं का कहना है कि ऐसा उन्होंने अपने देश की खातिर किया. इन महिलाओं ने अब तक 6.1 करोड़ रुपए जमा किए हैं. गौर करने वाली बात ये है कि इनमें से कोई भी महिला सेक्स वर्कर नहीं है.
दरअसल, रूस के खिलाफ जंग के मद्देननजर महिलाओं ने यूक्रेन की मदद के लिए के लिए ऐसा किया. महिलाओं ने पैसा जमा करने के इस प्रोजेक्ट का नाम टेरओनलीफैंस (TerOnlyFans) रखा.
इस प्रोजेक्ट में 38 महिलाओं ने हिस्सा लिया. महिलाओं ने प्राइवेट फोटो वेबसाइट पर पोस्ट किए, जहां फोटो के बदले लोगों ने उन्हें चैरिटी के तौर पर पैसे दिए.
23 साल की लड़की का था आइडिया दरअसल, यह आइडिया 23 साल की नसतासिया नास्को (Nastassia Nasko) को आया था. उन्होंने ट्विटर पर अपने एक परिचित को खारकिव (यूक्रेन) से निकालने के लिए मदद मांगी थी, बदले में यह भी कहा था कि जो कोई भी मदद करेगा उसको वह प्राइवेट फोटो भेजेंगी.
इसके करीब पांच मिनट बाद उन्हें दर्जन भर से ज्यादा लोगों ने जवाब दिया. जिसके बाद उनके परिचित को खारकिव से निकाल लिया गया.
यहीं से उनके दिमाग में आइडिया आया. इसके बाद नास्को ने अन्य कंटेट क्रिएटर्स के साथ TerOnlyFans नाम का प्रोजेक्ट शुरू किया, इस प्रोजेक्ट में सबसे बड़ी मदद क्रिप्टो करंसी के जरिए की गई. उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को वह तब खत्म करेंगी, जब तक रूस लड़ाई बंद कर नहीं कर देता.
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