![यूक्रेन पर भारत के स्टैंड की रूस ने की तारीफ, जानें दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच क्या हुई बात](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202204/jaishankar_and_fm_lavrov-sixteen_nine.jpg)
यूक्रेन पर भारत के स्टैंड की रूस ने की तारीफ, जानें दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच क्या हुई बात
AajTak
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव गुरुवार को दो दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे थे. फरवरी में यूक्रेन पर रूसी हमलों के बाद से यह उनकी पहली भारत यात्रा है. उन्होंने शुक्रवार को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की.
यूक्रेन पर रूसी हमले के बीच भारत आ रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को अपने समकक्ष एस जयशंकर से मुलाकात की. बैठक में रूसी विदेश मंत्री ने भारत-रूस की दोस्ती का हवाला देते हुए ऐतिहासिक संबंध का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि मुश्किल समय में भी हमारे संबंध मजबूत बने रहे. पुतिन ने पीएम मोदी के लिए शुभकामनाएं भेजी हैं. रूस ने यूक्रेन पर भारत के रुख की सराहना करते हुए कहा कि भारत यूक्रेन के मुद्दे को एकतरफा नहीं देख रहा है.
'भारत मसलों को बातचीत से सुलझाने का पक्षधर'
भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि हमारे द्विपक्षीय संबंध कई क्षेत्रों में मजबूत हुए हैं. हमारी मुलाकात उस वक्त हो रही है जब अंतरराष्ट्रीय हालात मुश्किल बने हुए हैं. भारत हमेशा मसलों को बातचीत और कूटनीति से हल करने के पक्ष में रहा है. जयशंकर ने कहा कि लगातार संपर्क में रहना ही दोनों देखों के हित में है. यह वर्ष हमारे द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं.
अमेरिका ने रूस को लेकर भारत को दी चेतावनी
वहीं दो दिन के भारत दौरे पर आए अमेरिका के डिप्टी एनएसए दलीप सिंह ने भारत को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि रूस पर लगाए प्रतिबंधों का उल्लंघन करने वाले देशों को भी गंभीर नतीजे भुगतने होंगे. उन्होंने कहा कि अमेरिका नहीं चाहेगा कि भारत के ऊर्जा और दूसरी चीजों के आयात में रूस की हिस्सेदारी बढ़े.
दलीप सिंह ने कहा कि भारत को इस बात की उम्मीद भी नहीं करनी चाहिए कि अगर चीन ने कभी LAC पर उल्लंघन किया तो रूस उसके बचाव में आएगा. यूक्रेन के खिलाफ जंग शुरू करने के बाद रूस पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों को तय करने में दलीप सिंह की अहम भूमिका बताई जा रही है.
![](/newspic/picid-1269750-20250210171101.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय फ्रांस यात्रा पर पेरिस पहुंचे हैं, जहां वे एआई कार्य शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करेंगे. इस दौरान वे भारत-फ्रांस साझेदारी की समीक्षा करेंगे, भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे और मार्सिले में भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करेंगे. इसके बाद वे अमेरिका की यात्रा पर जाएंगे.
![](/newspic/picid-1269750-20250210093038.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस की यात्रा पर रवाना होकर भारत-फ्रांस संबंधों में सुधार करने की पहल की है. इस दौरे के दौरान, दोनों देश आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में सहयोग के अवसरों को तलाशेंगे. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ आयोजित इस शिखर सम्मेलन में दोनों नेता महत्वपूर्ण चर्चाओं में भाग लेंगे.
![](/newspic/picid-1269750-20250210081833.jpg)
डोनाल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद पीएम मोदी के साथ उनकी यह पहली मुलाकात होगी. पीएम मोदी दूसरे ऐसे वैश्विक नेता होंगे, जो ट्रंप से शपथ ग्रहण के बाद द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे. इससे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप से मुलाकात की थी. दोनों वैश्विक नेताओं के बीच इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है.
![](/newspic/picid-1269750-20250210052554.jpg)
ट्रंप और PM मोदी की ये आठवीं मुलाकात, जानिए इससे पहले कब और कहां मिले दोनों नेता, क्या हुई थीं बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12-13 फरवरी को अमेरिका के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से पीएम मोदी की मुलाकात होगी. दोनों नेताओं के बीच होने वाली ये मीटिंग कई मायनों में अहम मानी जा रही है. 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ट्रंप ने नेतन्याहू के बाद पीएम मोदी को अमेरिका आने का न्योता दिया है.