यूक्रेन को चुकानी होगी कीमत! न्यूक्लियर चीफ की हत्या ने पुतिन को दे दिया अटैक का मौका?
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यूक्रेन दरअसल इगोर को युद्ध अपराधी मानता है. यूक्रेन का मानना है कि इगोर कई बार खतरनाक हथियारों का इस्तेमाल उनके देश के खिलाफ कर चुका है. रूस के न्यूक्लियर प्रोग्राम से पहले वह देश के रेडिएशन, केमिकल और जैविक हथियारों जैसे विभागों की कमान भी संभाल चुके हैं.
रूस की राजधानी मॉस्को में राष्ट्रपति भवन से महज सात किलोमीटर दूर पुतिन के बेहद करीबी और न्यूक्लियर प्रोग्राम चीफ की हत्या ने तहलका मचा दिया है. पुतिन खफा हैं क्योंकि यूक्रेन ने बेहद सटीक प्लानिंग के साथ इगोर किरिलोव का कत्ल किया. ऐसे में फिर से कयास लगने लगे हैं कि क्या इस घटना से तिलमिलाए पुतिन यूक्रेन पर न्यूक्लियर अटैक करने से भी नहीं हिचकेंगे?
मॉस्को में तड़के लगभग छह बजे रूस के न्यूक्लियर प्रोग्राम के चीफ इगोर अपने असिस्टेंट के साथ अपार्टमेंट से बाहर निकले. वह कुछ ही दूर चले होंगे कि वहां पास में खड़े स्कूटर में ब्लास्ट हो गया. दोनों ही मौके पर ही मौत हो गई. इससे पहले कि इस घटना पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहस शुरू होती यूक्रेन की सीक्रेट सर्विस ने हमले की जिम्मेदारी ले ली.
यूक्रेन ने क्यों उठाया ये कदम?
यूक्रेन दरअसल इगोर को युद्ध अपराधी मानता है. यूक्रेन का मानना है कि इगोर कई बार खतरनाक हथियारों का इस्तेमाल उनके देश के खिलाफ कर चुका है. रूस के न्यूक्लियर प्रोग्राम से पहले वह देश के रेडिएशन, केमिकल और जैविक हथियारों जैसे विभागों की कमान भी संभाल चुके हैं. ब्रिटेन यूक्रेन में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल को लेकर इगोर पर बैन भी लगा चुके हैं.
क्या जेलेंस्की ने खोद ली अपनी कब्र?
इगोर किरिलोव सिर्फ रूस के न्यूक्लियर प्रोग्राम के चीफ ही नहीं थे बल्कि वह पुतिन के करीबी और उनके सिपहसालार भी थे. पुतिन उन पर अथाह भरोसा करते थे. वह उन चंद लोगों में शामिल थे, जो पुतिन से सीधे संपर्क में थे. यूक्रेन के खिलाफ रूस की रणनीति में इगोर केंद्रीय भूमिका में थे.
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