मिलिए नवनीत कौर से, जो बनीं पंजाब के गांव की सबसे युवा सरपंच
AajTak
पंजाब के संगरूर जिले के हरकृष्णपुरा गांव में 21 साल की नवनीत कौर गाँव की सबसे कम उम्र की सरपंच बनी हैं. नवनीत बारहवीं के बाद विदेश में पढ़ाई करना चाहती थीं, लेकिन गाँव वालों के अनुरोध पर वह सरपंच के चुनाव में उतरीं और 415 में से 354 वोट हासिल किए. नवनीत के जीवन में उनकी माँ का साया 17 वर्ष की उम्र में उठ गया था.
मुस्लिम महिलाओं ने रोते हुए सरकार से मांग की कि उन्हें महाराजगंज से निकाल दिया जाए क्योंकि पुलिस लोगों को घुसकर मार रही है. वे पिछले छह दिनों से केवल पानी पीकर बिता रही हैं. महिलाएं अब डर के साए में रहना नहीं चाहतीं और उन्हें लगता है कि कहीं और जाना बेहतर होगा. इस स्थिति ने महिलाओं को बेहद परेशान कर दिया है और वे सरकार से जल्द से जल्द समाधान की उम्मीद कर रही हैं.
Bahraich News: बकौल रुखसार- हमने सब कुछ अब योगी सरकार पर छोड़ रखा है. वह जो भी करेंगे सही करेंगे. मेरा परिवार आरोपी है या उन्होंने अपने बचाव में ये किया है? सरकार इस बात को समझे, पूरे मामले की जांच करे. हमारा पक्ष भी सुना जाए. यह भी हो सकता है गोली किसी और ने मारी हो, फायरिंग उस तरफ से भी हुई थी. एकतरफा नहीं हुआ कुछ.
नायब सैनी सरकार ने राज्य में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करते हुए अनुसूचित जाति आरक्षण में कोटे के अंदर कोटे का फैसला लागू किया है. हालांकि इस फैसले पर बसपा सुप्रीमो और यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने नाराजगी जताई है. इसी साल 1 अगस्त को CJI की अध्यक्षता वाली सात जजों की संविधान पीठ ने अनुसूचित जातियों के उपवर्गीकरण की अनुमति दी थी, ताकि अनुसूचित जातियों के भीतर अधिक पिछड़े समूहों के लिए अलग से कोटा प्रदान किया जा सके.