
'मेरा रंग दे बसंती...' के सिंगर Bhupinder Singh का 82 की उम्र में निधन, शोक में डूबा बॉलीवुड
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मशहूर सिंगर भूपिंदर सिंह का 82 साल की उम्र में निधन हो गया है. इस बात की खबर उनकी पत्नी और सिंगर मितली सिंह ने दी. मितली ने बताया कि सोमवार, 18 जुलाई की शाम भूपिंदर सिंह ने अपनी आखिरी सांस ली.
मशहूर बॉलीवुड सिंगर भूपिंदर सिंह का 82 साल की उम्र में निधन हो गया है. इस बात की खबर उनकी पत्नी और सिंगर मिताली सिंह ने दी. मिताली ने बताया कि सोमवार, 18 जुलाई की शाम भूपिंदर सिंह ने मुंबई में अपनी आखिरी सांस ली. भूपिंदर के जाने के बाद म्यूजिक इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है.
पत्नी ने बताया निधन का कारण
मिताली ने एक इंटरव्यू में बताया कि भूपिंदर हेल्थ प्रॉब्लम से जूझ रहे थे. उन्होंने कहा, 'उन्हें कई हेल्थ प्रॉब्लम थीं. इसमें यूरिनरी इश्यू भी शामिल थे.' अभी भूपिंदर सिंह के अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है. भूपिंदर के निधन की खबर से उनके फैंस के बीच भी मायूसी छा गई है.
इन फेमस गानों को गाया
भूपिंदर सिंह ने मौसम, सत्ते पे सत्ता, आहिस्ता आहिस्ता, दूरियां और हकीकत संग कई फिल्मों के गानों को अपनी आवाज दी थी. उनके फेमस गानों में 'मेरा रंग दे बसंती चोला', 'प्यार हमें किस मोड़ पर ले आया', 'हुजूर इस कदर', 'एक अकेला इस शहर में', 'जिंदगी मिलके बिताएंगे', 'बीती ना बितायी रैना', 'नाम गुम जाएगा' शामिल हैं.
संगीत से करते थे नफरत

सेंसर बोर्ड ने 'बैड न्यूज' में विक्की कौशल और तृप्ति डिमरी के तीन किसिंग सीन काटकर करीब 27 सेकंड छोटे किए थे. सेंसर बोर्ड पहले भी फिल्मों में कई 'आपत्तिजनक' सीन्स कटवाता रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये सेंसर बोर्ड्स 125 साल पहले लगी एक आग की वजह से अस्तित्व में आए? पेश है फिल्म सेंसरशिप का इतिहास.