मुझे नौकरी से निकाला क्योंकि..., स्कूल ने टीचर को किया फायर, तो छात्रों के लिए छोड़ा ये मैसेज
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17 सालों से एक स्कूल में पढ़ा रही एक टीचर को एक बेतुके नियम को फॉलो न करने के नाम पर नौकरी से निकाल दिया गया. टीचर ने स्कूल के आखिरी दिन छात्रों के लिए बोर्ड पर एक खास मैसेज छोड़ा जो कि वायरल हो गया है.
स्कूलों में अक्सर कुछ टीचर पढ़ाई को लेकर काफी सख्त होते हैं. वे अपने छात्रों से बेहद प्यार करते हैं लेकिन पढ़ाई में ढिलाई कतई बर्दाश्त नहीं करते. फ्लोरिडा के पोर्ट सेंट लूसी में एक हाई स्कूल में 17 साल से काम कर रही महिला टीचर टिराडो को अचानक ही स्कूल प्रशासन ने निकाल दिया.
'सीनियर टीचर से बहस के बाद...'
टिराडो को स्कूल का अजीब नियम फॉलो न करने के लिए फायर कर दिया गया. हालांकि 17 सालों में उन्हें इस अनोखे नियम का सामना कभी नहीं करना पड़ा था. बेतुके नियम को लेकर जब उन्होंने सीनियर टीचर से बहस की तो उनका कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया गया.
'छात्र परीक्षा में कुछ न लिखे फिर भी...' नियम यह था कि स्कूल के स्टूडेंट्स और पेरेंट्स हैंडबुक के अनुसार, किसी भी शिक्षक को किसी छात्र को 50 प्रतिशत से कम अंक देने की अनुमति नहीं है - भले ही उसने परीक्षा में कुछ न लिखा हो. लेकिन टिराडो ने कुछ न लिखने वाले बच्चों को मुफ्त में 50 प्रतिशत अंक नहीं दिए.
आखिरी दिन छात्रों के लिए लिखा खास मैसेज
फिर इसको लेकर सीनियर से बहस के बाद बिना किसी आधिकारिक कारण के उन्हें टर्मिनेशन नोटिस प्राप्त हुआ. इसके बाद जब वह नोटिस पीरियड में थी तो स्कूल के आखिरी दिन उन्होंने अपने छात्रों के लिए एक दुखद विदाई संदेश क्लास के व्हाइट बोर्ड पर लिखा और चली गईं.
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