मुंबईः 5 मंजिला जैन मंदिर कोविड सेंटर में तब्दील, 100 ऑक्सीजन बेड होंगे उपलब्ध
AajTak
एक तरफ देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ती जा रही है. तो दूसरी तरफ मदद के लिए लोग आगे भी आ रहे हैं. मुंबई में संक्रमण बढ़ने के बाद वहां के एक जैन मंदिर को कोविड सेंटर में तब्दील कर दिया है. ये सेंटर अगले दो-तीन दिन में शुरू हो जाएगा.
एक तरफ मुंबई बुरी तरह से कोरोनावायरस से जूझ रहा है, तो दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इसे सहारा देने के लिए आगे आ रहे हैं. मुंबई में कोरोना संक्रमण से बहुत बुरे हालात हैं. यहां मरीजों को बेड नहीं मिल रहा है. बेड मिल रहा है, तो ऑक्सीजन नहीं मिल रही. इसी परेशानी को दूर करने के लिए जैन समाज के लोगों ने मंदिर को कोविड केयर सेंटर में तब्दील कर दिया है. इस कोविड सेंटर में 100 ऑक्सीजन बेड का इंतजाम किया जा रहा है. मुंबई के कांदिवली इलाके में स्थित पावन धाम जैन मंदिर को कोविड केयर सेंटर में बदला जा रहा है. मंदिर प्रशासन का कहना है कि मुंबई में ऑक्सीजन बेड की किल्लत हो रही है. बेड नहीं मिलने से मरीजों की मौत हो जा रही है. उन्हें ना तो सरकारी और ना ही प्राइवेट अस्पतालों में बेड मिल पा रहे हैं. ऐसी हालात में लोगों की मदद करने के लिए जैन मंदिर को कोविड सेंटर में बदलने का फैसला लिया गया.भारतीय जनता पार्टी ने गठबंधन के साथ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में शानदार जीत दर्ज की है. इस मौके पर नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में जश्न का माहौल है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचे. पीएम ने इस दौरान बताया कि महाराष्ट्र में महायुति की जीत क्यों ऐतिहासिक है? देखें.
पिछले हफ्ते तक कैलाश गहलोत अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री थे. उन्होंने न केवल मंत्री पद से इस्तीफा दिया, बल्कि आप पार्टी भी छोड़ दी. इसके अगले ही दिन बीजेपी ने उन्हें बड़े धूमधाम से पार्टी में शामिल कर लिया. कैलाश गहलोत ने हाल ही में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी के एक बड़े विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे अब पूरी तरह से बीजेपी के साथ हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में शानदार जीत दर्ज की है. इस मौके पर नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में जश्न का माहौल है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचे. पीएम मोदी ने जय भवानी, जय शिवाजी' के जयघोष के साथ अपना संबोधन शुरू किया.
गवर्नर कार्यालय ने स्पष्ट किया कि मूर्ति का अनावरण गवर्नर द्वारा नहीं किया गया था, बल्कि यह मूर्ति कलाकार और भारतीय संग्रहालय द्वारा भेंट के रूप में दी गई थी. इसके बावजूद, इस घटना ने एक राजनीतिक बहस को जन्म दिया है, जहां यह सवाल उठाया जा रहा है कि कोई व्यक्ति जीवित रहते हुए अपनी मूर्ति कैसे लगा सकता है.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
देश का सबसे तेज न्यूज चैनल 'आजतक' राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में तीन दिवसीय 'साहित्य आजतक' महोत्सव आयोजित कर रहा है. इसी कार्यक्रम में ये पुरस्कार दिए गए. समारोह में वरिष्ठ लेखकों और उदीयमान प्रतिभाओं को उनकी कृतियों पर अन्य 7 श्रेणियों में 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' से सम्मानित किया गया.