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मालदीव नहीं जा सकेंगे इजरायल के लोग, राफा हमले से भड़के मुइज्जू सरकार ने लगाया बैन
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मालदीव सरकार ने फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए फंड जुटाने और उसके समर्थन के लिए मुस्लिम देशों के साथ चर्चा करने का फैसला किया है. कहा जा रहा है कि UNRWA के जरिए फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए फंड इकट्ठा किया जाएगा.
इजरायल और हमास युद्ध के बीच मालदीव की मुइज्जू सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. मालदीव सरकार ने पासपोर्ट नियमों में बदलाव करते हुए इजरायली पासपोर्ट पर बैन लगा दिया है. इस फैसले के बाद अब इजरायल के नागरिक मालदीव नहीं जा सकेंगे.
सरकार ने ये फैसला गाजा पर इजरायली सेना के हमले को लेकर मालदीव के लोगों में लगातार बढ़ रहे गुस्से के मद्देनजर लिया है. मालदीव के गृहमंत्री ने एक आपात प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि आज कैबिनेट ने इजरायली नागरिकों के मालदीव में प्रवेश पर रोक लगाने के लिए कानून में जरूरी बदलाव किए हैं. कैबिनेट ने इस प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए मंत्रियों की एक विशेष समिति गठित की है. बता दें कि हर साल 10 लाख से ज्यादा पर्यटक मालदीव का रुख करते हैं.
मालदीव सरकार ने फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए फंड जुटाने और उसके समर्थन के लिए मुस्लिम देशों के साथ चर्चा करने का फैसला किया है. कहा जा रहा है कि UNRWA के जरिए फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए फंड इकट्ठा किया जाएगा. इसके साथ ही कैबिनेट ने ऐसे क्षेत्रों की पहचान करने के लिए विशेष दूत नियुक्त करने का फैसला किया है, जहां फिलिस्तीन को मालदीव की मदद की सख्त जरूरत है.
6 मई से राफा में जारी है ऑपरेशन
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ने इजरायल से रफाह शहर में हमले रोकने को कहा था, लेकिन इसके बावजूद मंगलवार को पहली बार इजरायली सेना के टैंक राफा में घुस गए थे.
7 अक्टूबर को हमास से जंग शुरू होने के सात महीने बाद इजरायली सेना ने 6 मई को रफाह में ऑपरेशन शुरू किया था. 27 मई को इजरायल ने रफाह के एक राहत कैंप पर बमबारी की थी. इस हमले में हमास ने 45 नागरिकों के मारे जाने का दावा किया था. इस हमले की जब दुनियाभर में आलोचना हुई तो बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे त्रासद दुर्घटना माना था.
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