महाराष्ट्र: MVA ने सीएम शिंदे पर साधा निशाना, कहा- महिलाओं के खिलाफ राज्य में बढ़ रहा है क्राइम
AajTak
शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस ने कहा कि सिर्फ मुझे और शरद पवार को ही गद्दारों ने धोखा नहीं दिया है, बल्कि महाराष्ट्र को भी विश्वासघात का सामना करना पड़ा है. यह महायुति का सबसे बड़ा पाप है. ठाकरे ने कहा कि एमवीए सत्ता में आने पर नौकरियां उपलब्ध कराने पर ध्यान केंद्रित करेगा.
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी ने रविवार को गद्दारंचा पंचनामा नाम से एक डॉक्यूमेंट जारी किया है, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सरकार पर पड़ोसी राज्य गुजरात के पक्ष में महाराष्ट्र को धोखा देने का आरोप लगाया है.
महाविकास अघाड़ी गठबंधन ने महाराष्ट्र सरकार पर मेगा प्रोजेक्ट को गुजरात में जाने से रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने का भी आरोप लगाया है.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस ने कहा कि सिर्फ मुझे और शरद पवार को ही गद्दारों ने धोखा नहीं दिया है, बल्कि महाराष्ट्र को भी विश्वासघात का सामना करना पड़ा है. यह महायुति का सबसे बड़ा पाप है. ठाकरे ने कहा कि एमवीए सत्ता में आने पर नौकरियां उपलब्ध कराने पर ध्यान केंद्रित करेगा.
एमवीए नेताओं ने कहा कि गद्दारंचा पंचनामा में राज्य सरकार के विधायकों और नगर सेवकों की खरीद, सरकारी अधिकारियों के ट्रांसफर, सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए रेट कार्ड के साथ-साथ धारावी पुनर्विकास प्रोजेक्ट, (मुंबई) सड़क कांक्रीटीकरण और टेंडरों में घोटाले की जानकारी मिली है. उन्होंने पंचनामा में आवश्यक चीजों की कीमतों में वृद्धि को ऐतिहासिक बताया है.
शिंदे सरकार ने प्रतिमा निर्माण में भी किया भ्रष्टाचार
राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि शिंदे सरकार ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ने निर्माण में भी भ्रष्टाचार किया था. जबकि महिलाओं के खिलाफ क्राइम बढ़ रहे थे जो सत्तारूढ़ गठबंधन का गंभीर पाप था.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?