मल्लिकार्जुन खड़गे VS शशि थरूर: राजनीतिक अनुभव में किसका पलड़ा भारी, किसपर कितनी संपत्ति? जानें
AajTak
अशोक गहलोत और दिग्विजय सिंह के हटने के बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर में लड़ाई होनी है. खड़गे और थरूर ने आज नामांकन दाखिल कर दिया. खड़गे जहां गांधी परिवार के भरोसेमंद हैं, तो वहीं थरूर उस G-23 ग्रुप का हिस्सा हैं, जो गांधी परिवार के नेतृत्व पर सवाल खड़ा करता रहा है.
मल्लिकार्जुन खड़गे की एंट्री ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव दिलचस्प बना दिया है. खड़गे गांधी परिवार के करीबियों में से एक हैं. अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए उन्होंने आज नामांकन दाखिल कर दिया. इस बार चुनाव में गांधी परिवार से कोई खड़ा नहीं हुआ है. अध्यक्ष पद के लिए लड़ाई खड़गे और शशि थरूर के बीच होनी है.
मल्लिकार्जुन खड़गे जहां गांधी परिवार के भरोसेमंद हैं, तो वहीं शशि थरूर उस G-23 ग्रुप का हिस्सा हैं, जो अक्सर गांधी परिवार पर सवाल खड़ा करता रहा है. ये G-23 वही है, जिसने 2019 के चुनाव के बाद कांग्रेस नेतृत्व बदलने की मांग की थी. इस ग्रुप में कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद जैसे नेता थे. दोनों ही पार्टी छोड़ चुके हैं.
खड़गे और थरूर, दोनों ही छात्र जीवन से राजनीति में हैं. हालांकि, राजनीतिक अनुभव में खड़गे कहीं आगे हैं. उनके पास 45 साल से ज्यादा लंबा राजनीतिक अनुभव है. वहीं, थरूर डिप्लोमैट रहे हैं और तीन दशकों तक संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर काम भी किया है.
शुरुआती जीवनः खड़गे बनाम थरूर
- मल्लिकार्जुन खड़गेः 21 जुलाई 1942 को कर्नाटक के बीदर जिले में जन्म. गुलबर्ग के नूतन विद्यालय से पढ़ाई की. वहीं के सरकारी कॉलेज से कानून की डिग्री ली. वकालत की प्रैक्टिस के दौरान मजदूरों के हक के लिए कई मुकदमे लड़े.
- शशि थरूरः 9 मार्च 1956 को लंदन में पैदा हुए. थरूर जब 2 साल के थे, तब उनका परिवार भारत आ गया था. उन्होंने बंबई-कोलकाता से स्कूली पढ़ाई की. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफन कॉलेज से ग्रेजुएशन किया. इसके बाद तीन दशक तक संयुक्त राष्ट्र से जुड़े रहे.
रांची में ऑटो से यात्रा करने वाली दो बहनें अचानक लापता हो गईं जिसके बाद उनके परिजनों ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. दोनों बहनों के माता-पिता ने कहा कि उनकी बेटियों को उसी ऑटो ड्राइवर ने अगवा किया है जिसमें दोनों सफर कर रही थीं. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई हैं.
जमशेदपुर में पुलिस ने दुकानों को निशाना बनाकर चोरी करने वाले शातिर चोर शाहरूख खान और उसका साथी सैफ अली गिरफ्तार किया है. शाहरूख दिन में ग्राहक बनकर दुकानों का निरीक्षण करता और रात में चोरी करता था. पुलिस ने चोरी का सामान नकद ₹3,500, पांच मोबाइल और आभूषण बरामद किए हैं. अन्य तीन आरोपियों की तलाश जारी है.
रविवार को जारी एक पत्र में बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री पद के लिए किसी भी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा से साफ इनकार किया. उन्होंने अफवाहों को आम आदमी पार्टी (AAP) द्वारा जानबूझकर चलाया जा रहा अभियान बताया. बिधूड़ी ने पत्र में लिखा, 'मैं किसी पद पर कोई दावा नहीं करता. मुख्यमंत्री पद के लिए मेरे बारे में बात करना पूरी तरह से निराधार है.'
रविवार को जारी एक पत्र में बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री पद के लिए किसी भी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा से साफ इनकार किया. उन्होंने अफवाहों को आम आदमी पार्टी (AAP) द्वारा जानबूझकर चलाया जा रहा अभियान बताया. बिधूड़ी ने पत्र में लिखा, 'मैं किसी पद पर कोई दावा नहीं करता. मुख्यमंत्री पद के लिए मेरे बारे में बात करना पूरी तरह से निराधार है.'