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मणिपुर में कई जगह बूथ कैप्चरिंग, उपद्रवियों ने EVM को किया नष्ट, कांग्रेस ने की शिकायत
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मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अनुसार कई निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान केंद्रों पर गंभीर गड़बड़ियां हुई हैं. एमपीसीसी ने अपने पत्र में ईवीएम मशीनों को नष्ट करने और बूथ कैप्चरिंग जैसी घटनाओं का भी जिक्र किया है. पत्र में मुख्य निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट की गईं गड़बड़ियों को दूर करने और निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए तत्काल और आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है.
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को देशभर की 88 सीटों पर मतदान हुए. इस दौरान आउटर मणिपुर सीट के आठ जिलों में भी वोटिंग हुई. लेकिन कुछ मतदान केंद्रों पर उपद्रवियों ने वोटिंग को बाधित किया. आउटर मणिपुर में दूसरे चरण के मतदान के दौरान उखरुल जिले के मतदान केंद्र 44/36 और 44/41 पर उपद्रवियों ने ईवीएम मशीन और वीवीपैट को नष्ट कर दिया.
नष्ट EVM मशीनों की जांच कर रहे इंजीनियर
आउटर मणिपुर (एसटी) संसदीय क्षेत्र के उखरुल के सहायक रिटर्निंग अधिकारी कजलाई गंगमेई ने रिटर्निंग ऑफिसर को सूचना दी कि अराजक तत्वों ने दोपहर करीब 3:40 बजे मतदान केंद्रों 44/36 और 44/41 पर ईवीएम और वीवीपैट को नष्ट कर दिया. यह भी कहा गया कि ईवीएम और वीवीपैट को जानबूझकर नष्ट किया गया है और संबंधित इंजीनियरों को नष्ट की गई ईवीएम मशीनों की जांच करने के लिए लगाया गया है.
इस वजह से मतदान केद्रों पर मतदान के नतीजे पता नहीं चल सके. इस बीच, मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) ने मौजूदा लोकसभा चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर अनियमितताओं और गड़बड़ी का हवाला देते हुए राज्य भर के कई मतदान केंद्रों पर दोबारा चुनाव करवाने का अनुरोध किया है.
कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखा पत्र
मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखे एक पत्र में एमपीसीसी ने कथित तौर पर अज्ञात हथियारबंद लोगों द्वारा ईवीएम मशीन को नष्ट करने, बूथ पर कब्जा करने, मतदान में धांधली और जबरन मतदान की घटनाओं की जानकारी दी है. सूचना के अनुसार ये घटनाएं लोकसभा चुनाव की वोटिंग के दौरान 43-फुंगयार (एसटी) विधानसभा क्षेत्र और 44-उखरूल (एसटी) विधानसभा क्षेत्र में हुईं.
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