भारत यूएनएससी में वोटिंग से रहा दूर लेकिन रूस को दिया ये संदेश
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यूक्रेन मुद्दे पर अब तक भारत संतुलित रुख बनाए हुए है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठकों से लेकर भारतीय छात्रों को लेकर जारी की जा रही एडवाइजरी तक रूस के हमले का जिक्र करने से भारत बचता रहा है. हालांकि अमेरिका समेत पश्चिमी देशों की तरफ से भारत पर दबाव बढ़ रहा है कि वह खुलकर रूस के हमले की निंदा करे.
यूक्रेन के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की रविवार को हुई बैठक में हुई वोटिंग के दौरान भारत, चीन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) अनुपस्थित रहे. इससे पहले भी शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूसी हमले की निंदा करने वाले प्रस्ताव को लेकर वोटिंग से भारत ने दूरी बना ली थी. रविवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन पर रूसी हमले के खिलाफ यूएन की आम सभा बुलाने की मांग के समर्थन में 11 देशों ने वोट किया जबकि रूस ने इसके खिलाफ वोट किया. In UN Security Council meeting on #Ukraine today 27 February, India abstained on the vote on the resolution to refer the matter to an emergency session of @UN General Assembly. Our Explanation of Vote ⤵️ #IndiainUNSC pic.twitter.com/YRsjUOutw4
स्पेन में रूस के दूतावास ने एक बयान में कहा कि हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि मालवाहक जहाज किन परिस्थितियों में डूबा और स्पेन में अधिकारियों के संपर्क में हैं. लंदन स्टॉक एक्सचेंज ग्रुप के मुताबिक ओबोरोनलॉजिस्टिका ग्रुप की सिस्टर कंपनी SK-Yug, कार्गो शिप 'Ursa Major' की ऑनर और ऑपरेटर है. उसने इसके डूबने पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
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