भारत बंदः कैट का दावा- बंद रहे बाजार, AITWA ने कहा- खड़े रहे ट्रक
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कैट ने दावा किया है कि देश के बाजारों में कोई व्यावसायिक गतिविधि नहीं हुई. कारोबार ठप रहने से देश में करीब 1 लाख करोड़ रुपये के व्यापार का नुकसान हुआ है.
कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने एक दिन के भारत बंद का आह्वान किया था. 26 फरवरी यानी आज आहूत भारत बंद का ट्रांसपोर्टर्स ने भी समर्थन करने का ऐलान किया था. दोनों ही संगठनों ने भारत बंद के दौरान कोई भी व्यावसायिक गतिविधि न होने, ट्रकों के पार्किंग में ही खड़े रहने का दावा किया है. कैट का दावा है कि देश भर के 40 हजार से ज्यादा व्यापारी संगठनों से जुड़े 8 करोड़ से अधिक व्यापारियों ने अपना कारोबार बंद रखा. कैट ने दावा किया है कि देश के बाजारों में कोई व्यावसायिक गतिविधि नहीं हुई. कारोबार ठप रहने से देश में करीब 1 लाख करोड़ रुपये के व्यापार का नुकसान हुआ है. सभी राज्यों के व्यापारियों ने व्यापार बंद रखा और केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और जीएसटी काउंसिल को यह संदेश दिया कि जीएसटी का उपनिवेशीकरण करने से व्यापार और अर्थव्यवस्था में व्यवधान पैदा होगा. देश भर में व्यापारी से व्यापारी (बी टू बी) और व्यापारी से उपभोक्ता (बी 2 सी) का व्यापार पूरी तरह से बंद रहा. कैट ने बंद में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, केमिस्ट शॉप ,दूध और डेयरी उत्पादों की आपूर्ति करने वाले जनरल स्टोर को व्यापार बंद के दायरे से बाहर रखा.जून 2022 में उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर भाजपा के साथ गठबंधन करने वाले शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री बनने के बाद पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न ‘तीर-कमान’ भी अपने पक्ष में कर लिया था. इस बगावत ने शिवसेना को दो धड़ों में बांट दिया, लेकिन इस चुनाव में शिंदे ने साबित कर दिया कि राज्य की जनता उनके नेतृत्व पर भरोसा करती है.
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