
भगवंत मान को किसानों की अरविंद केजरीवाल की तरह परवाह क्यों नहीं?
AajTak
पंजाब के किसानों के प्रति मुख्यमंत्री भगवंत मान का रवैया अरविंद केजरीवाल से पूरी तरह अलग नजर आ रहा है. मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बेनतीजा रहने के बाद से ही पंजाब पुलिस किसान नेताओं के पीछे पड़ गई है.
अरविंद केजरीवाल के पहुंचने से पहले ही पंजाब में बवाल मच गया है. मुख्यमंत्री भगवंत मान का गुस्सा पुलिस किसानों पर उतार रही है.
किसान नेता दलजिंदर सिंह हरियाउ को गिरफ्तार कर लिया गया है, और कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया है. किसान नेता कुलवंत सिंह को पुलिस ने नजरबंद किया हुआ है. पंजाब पुलिस की ये कार्रवाई 5 मार्च को चंडीगढ़ में किसानों के धरने से ठीक पहले हुई है. 4 मार्च को ही मुख्यमंत्री और किसान नेताओं की एक मीटिंग बुलाई गई थी, जिसे भगवंत मान बीच में ही छोड़कर चले गये थे.
आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल 5 से 15 मार्च तक पंजाब के एक विपश्यना केंद्र में साधना में शामिल हो रहे हैं. दिसंबर, 2023 में भी अरविंद केजरीवाल ने होशियारपुर के कैंप में 10 दिन के लिए विपश्यना में शामिल हुए थे. ये तब की बात है जब देश के पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव हुए थे, और AAP नेता को प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से एक के बाद एक नोटिस मिल रहे थे.
किसानों के साथ बैठक बीच में ही छोड़कर चले गये मान
किसान नेताओं के मुताबिक, मुख्यमंत्री भगवंत मान मीटिंग के बीच में ही उठे और, ‘जाओ करलो धरना’ बोल कर चले गये.
किसान नेता जोगिंदर सिंह ने आजतक से बातचीत में कहा, ‘पहली दफा किसी सीएम को ऐसा करते देखा गया… वो बैठक छोड़ चले गये... सीएम ने गुस्से में मीटिंग से वॉकआउट कर दिया… कहा, मैंने धरने के डर से बैठक नहीं बुलाई… जाओ करलो धरना.’

बिहार विधान परिषद में राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार सरकार पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने नीरज कुमार द्वारा लालू यादव को कैदी नंबर से संबोधित करने पर आपत्ति जताई. राबड़ी ने कहा कि लालू यादव ने कोई चोरी नहीं की और बिना सबूत के उन्हें सजा दी गई. उन्होंने सीबीआई की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए. देखिए सदन में कैसे बिफरीं राबड़ी देवी.

जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शहला राशिद और पाटीदार आंदोलन के कर्ताधर्ता हार्दिक पटेल. दोनों की राजनीति में 360 डिग्री का टर्न आया है. मुखर बीजेपी विरोध, आंदोलन और अभियान के बाद ये दोनों ही युवा नेता अब केंद्र की नीतियों से हामी रखते हैं, हार्दिक तो बीजेपी विधायक भी है. इस बीच दो बीजेपी शासित सरकारों ने इनके खिलाफ चल रहे देशद्रोह के मुकदमों को वापस ले लिया है.