बॉडी-बिल्डिंग की डोज में मिलावट, बायोटेक इंजीनियर बना रहा था नकली स्टेरॉयड
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बॉयोटेक इंजीनियरिंग डिग्री लेने वाले ने जल्द पैसा कमाने के लिए ऐसा रास्ता अपनाया जिससे युवाओं का शरीर ही चपेट में आने की संभावना बन गई. उसने स्टेरॉयड में इस्तेमाल होने वाले नकली प्रोटीन का ही उत्पादन शुरू कर दिया.
युवाओं में बॉडी-बिल्डिंग का क्रेज बहुत ज्यादा है जिसके लिए वे स्टेरॉयड डोज लेते हैं. अब यही स्टेरॉयड उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि इसमें भी मिलावट की बातें सामने आ रही हैं. यूपी के ग्रेटर नोएडा में पुलिस और औषधि विभाग की रेड में ऐसी फैक्ट्री का पता चला जहां धड़ल्ले से नकली प्रोटीन बनाया जा रहा था.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज देश में डिफेंस और रेलवे ये दो ऐसे सेक्टर हैं जिनके राजनीतिकरण से बचते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है. ये देश की ताकत हैं. रेलवे का पूरा फोकस गरीब और मिडल क्लास परिवारों पर. एसी और नॉन एसी कोच के रेशियो को मेंटेन किया गया. जब कई सदस्यों की ओर से जनरल कोच की डिमांड आई तो 12 कोच जनरल कोच बनाए जा रहे हैं. हर ट्रेन में जनरल कोच ज्यादा हो, इस पर काम किया जा रहा है.