बेटी बचाओ सफल, लेकिन बेटी पढ़ाओ फेल... पुरुषों से ज्यादा आबादी हुई, पर 30% महिलाएं अब भी शिक्षा से दूर
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NFHS-5 के आंकड़े बताते हैं कि आज भी देश में 41% महिलाएं ही ऐसी हैं जिन्हें 10 साल से ज्यादा स्कूली शिक्षा मिली है. यानी 59% महिलाएं 10वीं से आगे पढ़ ही नहीं सकी हैं.
जनवरी 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा से 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा दिया था. इसका मकसद ये था कि कन्या भ्रूण हत्या को रोका जा सके और बेटियों को पढ़ाया जा सके. हालांकि, बेटी बचाओ तो सफल हुआ है, लेकिन 'बेटी पढ़ाओ' फेल दिखाई दे रहा है. वो इसलिए क्योंकि नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 (NFHS-5) के आंकड़ों के मुताबिक, देश में पहली बार महिलाओं की आबादी पुरुषों से ज्यादा हुई है.
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