बेंगलुरु ट्रैफिक का हाल: 6 किलोमीटर की दूरी पैदल चलना गाड़ी से तेज, वायरल हुआ पोस्ट
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बेंगलुरु की ट्रैफिक समस्या किसी से छुपी नहीं है. यहां एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने में अक्सर उम्मीद से ज्यादा समय लग जाता है. हाल ही में एक सोशल मीडिया पोस्ट ने इस समस्या की गंभीरता को सामने लाया.
बेंगलुरु की ट्रैफिक समस्या किसी से छुपी नहीं है. यहां एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने में अक्सर उम्मीद से ज्यादा समय लग जाता है. हाल ही में एक सोशल मीडिया पोस्ट ने इस समस्या की गंभीरता को सामने लाया, जिसमें दिखाया गया है कि शहर में कभी-कभी पैदल चलना ड्राइविंग से भी तेज हो सकता है.
X यूजर आयुष सिंह ने एक स्क्रीनशॉट शेयर किया जिसमें गूगल मैप्स पर ब्रिगेड मेट्रोपोलिस से केआर पुरम रेलवे स्टेशन तक की 6 किलोमीटर की दूरी के लिए यात्रा समय की तुलना की गई है. स्क्रीनशॉट के मुताबिक, ड्राइविंग में लगभग 44 मिनट लगेंगे जबकि पैदल चलने में सिर्फ 42 मिनट का समय लगेगा.
यह हालत बेंगलुरु के लोगों के लिए कोई नई बात नहीं है. भारत की आईटी राजधानी के रूप में बेंगलुरु की पहचान के चलते यहां लगातार पेशेवरों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन शहर की इन्फ्रास्ट्रक्चर इस बढ़ती आबादी के साथ तालमेल नहीं बिठा पा रही है. नतीजतन, ट्रैफिक जाम एक स्थायी समस्या बन गई है, जिससे छोटी-छोटी यात्राएं भी समय लेने वाली बन गई हैं.
ऑनलाइन शेयर होने के बाद से ही इस पोस्ट ने सोशल मीडिया यूजर्स के बीच एक डिबेट खड़ी कर दी. कई लोगों ने बेंगलुरु के ट्रैफिक को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की, जबकि कुछ यूजर ने डिफरेंट पर्सपेक्टिव्स शेयर किए. एक यूजर ने लिखा, "दुनिया के कई मेट्रो सिटीज़ में यही स्टोरी है," जबकि एक यूजर ने लिखा, "मुंबई और दिल्ली में भी पीक आवर्स के दौरान यही सिचुएशन होती है."
एक यूजर ने मजाक भरे ढंग में कहा- बेंगलुरु आपको हेल्दी फिट लाइफस्टाइल के लिए मजबूर करता है.आपके जिम में ट्रेडमिल की जरूरत नहीं.
एक यूजर की नजर में बेंगलुरु की ट्रैफिक की समस्या का हल मेट्रो ही है. एक यूजर ने कहा-देखें कि मेट्रो शहर के लिए सबसे महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर क्यों है. मेट्रो रूट के माध्यम से इन दोनों स्थानों के बीच यात्रा करने में केवल 13 मिनट लगते हैं.
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