बिहार के मंत्रियों को 'बंदूक पसंद है'! 31 में से 16 मंत्रियों के पास कई निजी हथियार
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दरअसल, 2011 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक परंपरा शुरू की थी. इसके तहत साल के आखिरी दिन मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों को अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करना पड़ता है.
बिहार में लचर कानून-व्यवस्था के बीच भले ही जनता अपनी सुरक्षा स्वयं करने के लिए मजबूर हो, लेकिन सरकार के मंत्रियों को फुलप्रूफ सुरक्षा मुहैया कराई गई है. फिर भी ऐसा लगता है कि इन मंत्रियों को सरकारी सुरक्षा पर भी कुछ खास भरोसा नहीं है और इसीलिए उन लोगों ने स्वयं अपनी सुरक्षा का बंदोबस्त भी किया है.
रांची में ऑटो से यात्रा करने वाली दो बहनें अचानक लापता हो गईं जिसके बाद उनके परिजनों ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. दोनों बहनों के माता-पिता ने कहा कि उनकी बेटियों को उसी ऑटो ड्राइवर ने अगवा किया है जिसमें दोनों सफर कर रही थीं. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई हैं.
जमशेदपुर में पुलिस ने दुकानों को निशाना बनाकर चोरी करने वाले शातिर चोर शाहरूख खान और उसका साथी सैफ अली गिरफ्तार किया है. शाहरूख दिन में ग्राहक बनकर दुकानों का निरीक्षण करता और रात में चोरी करता था. पुलिस ने चोरी का सामान नकद ₹3,500, पांच मोबाइल और आभूषण बरामद किए हैं. अन्य तीन आरोपियों की तलाश जारी है.
रविवार को जारी एक पत्र में बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री पद के लिए किसी भी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा से साफ इनकार किया. उन्होंने अफवाहों को आम आदमी पार्टी (AAP) द्वारा जानबूझकर चलाया जा रहा अभियान बताया. बिधूड़ी ने पत्र में लिखा, 'मैं किसी पद पर कोई दावा नहीं करता. मुख्यमंत्री पद के लिए मेरे बारे में बात करना पूरी तरह से निराधार है.'
रविवार को जारी एक पत्र में बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री पद के लिए किसी भी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा से साफ इनकार किया. उन्होंने अफवाहों को आम आदमी पार्टी (AAP) द्वारा जानबूझकर चलाया जा रहा अभियान बताया. बिधूड़ी ने पत्र में लिखा, 'मैं किसी पद पर कोई दावा नहीं करता. मुख्यमंत्री पद के लिए मेरे बारे में बात करना पूरी तरह से निराधार है.'