प्रतापगढ़ः पत्रकार हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन, FSL टीम भी जुटा रही सुराग
AajTak
पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की संदिग्ध मौत के मामले में जांच के लिए पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने एसआईटी का गठन किया है. इस एसआईटी का नेतृत्व एएसपी (ईस्ट) सुरेंद्र द्विवेदी करेंगे. साथ ही पुलिस ने उन पत्रकारों के बयान भी दर्ज किए हैं, जो घटना से पहले सुलभ के साथ थे.
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में टीवी पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की संदिग्ध मौत के मामले में जांच के लिए पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने एसआईटी का गठन किया है. इस एसआईटी का नेतृत्व एएसपी (ईस्ट) सुरेंद्र द्विवेदी करेंगे. साथ ही पुलिस ने उन पत्रकारों के बयान भी दर्ज किए हैं, जो घटना से पहले सुलभ के साथ थे. उधर, एफएसएल टीम भी बारीकी से मामले की छानबीन कर रही है. प्रतापगढ़ के पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव के हत्या के मामले में जांच के लिए गठित एसआईटी की कमान अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) सुरेंद्र द्विवेदी करेंगे. जबकि उनके साथ टीम में सीओ सिटी, सीओ लालगंज, इंस्पेक्टर लालगंज, इंस्पेक्टर विनीत मिश्र, इंस्पेक्टर संजीव कटियार और स्वाट इंचार्ज को भी शामिल किया गया है. यह टीम इस मामले की हर पहलु से जांच करेगी.भारतीय जनता पार्टी ने गठबंधन के साथ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में शानदार जीत दर्ज की है. इस मौके पर नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में जश्न का माहौल है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचे. पीएम ने इस दौरान बताया कि महाराष्ट्र में महायुति की जीत क्यों ऐतिहासिक है? देखें.
पिछले हफ्ते तक कैलाश गहलोत अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री थे. उन्होंने न केवल मंत्री पद से इस्तीफा दिया, बल्कि आप पार्टी भी छोड़ दी. इसके अगले ही दिन बीजेपी ने उन्हें बड़े धूमधाम से पार्टी में शामिल कर लिया. कैलाश गहलोत ने हाल ही में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी के एक बड़े विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे अब पूरी तरह से बीजेपी के साथ हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में शानदार जीत दर्ज की है. इस मौके पर नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में जश्न का माहौल है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचे. पीएम मोदी ने जय भवानी, जय शिवाजी' के जयघोष के साथ अपना संबोधन शुरू किया.
गवर्नर कार्यालय ने स्पष्ट किया कि मूर्ति का अनावरण गवर्नर द्वारा नहीं किया गया था, बल्कि यह मूर्ति कलाकार और भारतीय संग्रहालय द्वारा भेंट के रूप में दी गई थी. इसके बावजूद, इस घटना ने एक राजनीतिक बहस को जन्म दिया है, जहां यह सवाल उठाया जा रहा है कि कोई व्यक्ति जीवित रहते हुए अपनी मूर्ति कैसे लगा सकता है.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
देश का सबसे तेज न्यूज चैनल 'आजतक' राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में तीन दिवसीय 'साहित्य आजतक' महोत्सव आयोजित कर रहा है. इसी कार्यक्रम में ये पुरस्कार दिए गए. समारोह में वरिष्ठ लेखकों और उदीयमान प्रतिभाओं को उनकी कृतियों पर अन्य 7 श्रेणियों में 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' से सम्मानित किया गया.