पेपर लीक का हजारीबाग कनेक्शन, जानिए आरोपी संजीव मुखिया के लिए क्यों सेफ जोन बना ये इलाका
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बिहार में NEET-UG और BPSC पेपर लीक मामले में हजारीबाग कनेक्शन सामने आया है. EOU सूत्रों के मुताबिक हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से नीट-यूजी का पेपर बुकलेट नंबर 6136488 लीक हुआ था. साथ ही ईओयू को बुकलेट बॉक्स से भी छेड़छाड़ के सबूत मिले थे. जांच टीम संजीव मुखिया गिरोह के काम करने के पैटर्न को ट्रैक कर जांच को आगे बढ़ा रही है.
NEET-UG पेपर लीक मामले का आरोपी संजीव मुखिया ने झारखंड में कमजोर कड़ी को खोज लिया है? क्योंकि पिछले दो पेपर लीक (NEET-UG, BPSC) मामलों का कनेक्शन झारखंड के हजारीबाग से जुड़ा है. बिहार EOU सूत्रों के मुताबिक हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से नीट-यूजी का पेपर बुकलेट नंबर 6136488 लीक हुआ था. साथ ही ईओयू को बुकलेट बॉक्स से भी छेड़छाड़ के सबूत मिले थे.
बुकलेट बॉक्स छेड़छाड़ के मिले सबूत
ईओयू सूत्रों की मानें तो हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से नीट का पेपर लीक हुआ है, क्योंकि जांच टीम को बुकलेट बॉक्स से छेड़छाड़ के सबूत मिले हैं. EOU की टीम ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को नीट पेपर लीक से जुड़ी पूरी रिपोर्ट सौंपी दी है. इस रिपोर्ट में 21 जून तक की जांच प्रगति की पूरी जानकारी रिपोर्ट में सबूतों और फैक्ट के साथ-साथ आरोपियों के इकबालिया बयानों का जिक्र है. इसके बाद शिक्षा मंत्रालय ने NTA पर एक्शन लेते हुए मामले की सीबीआई जांच का फैसला किया है.
हजारीबाग से ही लीक हुआ था BPSC का पेपर
वहीं, 15 मार्च को आयोजित हुई BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर भी हजारीबाग से लीक हुआ था. BPSC TRE3 परीक्षा के लगभग 268 अभ्यर्थियों को हजारीबाग के अलग–अलग हिस्सों में ले जाया गया था, जिसमें से 113 अभ्यर्थी नालंदा जिले के थे. 15 मार्च की परीक्षा के पहले रात में इन अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र और जवाब याद करवाए गए थे. तब झारखंड पुलिस और बिहार पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर अभ्यार्थियों और माफिया को धर दबोचा था.
NEET-UG का पेपर हजारीबाग से ही लीक कराए जाने की आशंका है. इस बार अभ्यर्थियों को पटना में रखा गया और पेपर लीक करा कर पटना मंगाया गया था. BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा में भी संजीव मुखिया गिरोह का हाथ था और NEET में भी यही गिरोह एक्टिव है. BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में संजीव मुखिया का बेटा डॉ. शिव जेल में है. BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले का आरोपी शिव को अपने 4 साथियों सहित 21 अप्रैल को उज्जैन से गिरफ्तार किया था. शिव का नाम 2017 में भी NEET पेपर लीक मामले में आया था और उसके खिलाफ पटना के पत्रकार नगर थाने में केस भी दर्ज हुआ था.
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