पुणे के बारामती में खुला अनोखा साड़ी बैंक, जानिए कैसे करता है काम
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अधिकतर ऐसी महिलाओं को ये साड़ियां दी जाती हैं जो खेतों में गन्ने की कटाई जैसे मजदूरी के काम करती हैं. बारामती का इलाका गन्ने के उत्पादन के लिए जाना जाता है.
महाराष्ट्र के पुणे जिले के बारामती में एक ऐसा बैंक काम कर रहा है जहां पैसे का कोई लेन-देन नहीं होता. यहां किसी को कर्ज भी नहीं दिया जाता. यहां हम जिस बैंक की बात करने जा रहे हैं वो है- साड़ी बैंक. इस साड़ी बैंक में ऐसी साड़ियां जमा कराई जाती हैं जो एक-दो बार ही पहनी गई हों और अच्छी हालत में नई जैसी ही हों. फिर इन साड़ियों को ऐसी महिलाओं में बांटा जाता है जो पैसे की किल्लत की वजह से इन्हें खरीदने की क्षमता नहीं रखतीं. अधिकतर ऐसी महिलाओं को ये साड़ियां दी जाती हैं जो खेतों में गन्ने की कटाई जैसे मजदूरी के काम करती हैं. बारामती का इलाका गन्ने के उत्पादन के लिए जाना जाता है. रागिनी फाउंडेशन की अध्यक्ष राजश्री आगम के जेहन में इस तरह का साड़ी बैंक खोलने का आइडिया आया. समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले की जयंती 3 जनवरी को बारामती में इस साड़ी बैंक की शुरुआत की गई.पिछले हफ्ते तक कैलाश गहलोत अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री थे. उन्होंने न केवल मंत्री पद से इस्तीफा दिया, बल्कि आप पार्टी भी छोड़ दी. इसके अगले ही दिन बीजेपी ने उन्हें बड़े धूमधाम से पार्टी में शामिल कर लिया. कैलाश गहलोत ने हाल ही में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी के एक बड़े विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे अब पूरी तरह से बीजेपी के साथ हैं.
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