पहले लंदन और अब कनाडा-US में इंडियन हाई कमीशन पर हमले की जांच करेगी NIA!
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भारत सरकार ने लंदन, कनाडा और अमेरिका में स्थित भारतीय उच्चायोग पर हमला करने वाले खालिस्तान समर्थकों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है. लंदन में हुई घटना की जांच पहले ही NIA को सौंपी जा चुकी है तो वहीं अब कनाडा और अमेरिका में हुई घटना की जांच भी देने की तैयारी चल रही है.
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ एक्शन होते ही खालिस्तानी बुरी तरह बौखला गए थे. उन्होंने लंदन, अमेरिका और कनाडा में भारतीय उच्चायोग पर हमले किए थे. लंदन में जहां खालिस्तानियों ने इंडियन हाई कमीशन पर हमला करते हुए तिरंगे का अपमान किया था तो वहीं कनाडा में भारतीय उच्चायोग पर ग्रेनेड तक फेंके गए थे. इस मामले को अब नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) पूरी तरह से अपने हाथ में ले लिया है.
लंदन में इंडियन हाई कमीशन पर हुए हमले तिरंगे झंडे के अपमान को लेकर NIA पहले ही केस दर्ज कर जांच कर रही है. अब कनाडा और अमेरिका वाले मामले की जांच भी जल्द NIA को सौंपी जा सकती है. सूत्रों के मुताबिक जल्द गृह मंत्रालय दोनों केस NIA को ट्रांसफर कर सकता है.
बता दें कि मार्च-2023 में कनाडा और अमेरिका के सेन फ्रांसिस्को में इंडियन हाई कमीशन पर हुए हमले को लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने FIR दर्ज की थी. पुलिस ने UAPA के तहत दो अलग-अलग FIR दर्ज की हैं. कनाडा में इंडियन हाई कमीशन पर हमले के दौरान ग्रेनेड भी फेंका गया था, लिहाजा इस मामले में स्पेशल सेल ने UAPA और EXPLOSIVE एक्ट के तहत एक FIR दर्ज की है.
मार्च महीने में ही सेन फ्रांसिस्को में भी इंडियन हाई कमीशन पर हमला हुआ था. इस मामले में भी UAPA के तहत स्पेशल सेल ने बताया FIR दर्ज की है. इससे पहले NIA ने लंदन में इंडियन हाई कमीशन पर हमला करने वाले 45 हमलावरों की तस्वीर जारी की थीं. घटना के बाद एनआईए की टीम जांच के लिए लंदन गई थी. टीम ने वहां पर हमले के दौरान के कई सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लिया था.
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ही अब 45 लोगों को चिन्हित किया गया. इन सभी पर 19 मार्च को लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हमला करने का और भारतीय झंडे का अपमान करने का आरोप है. एनआईए ने लोगों से इनकी पहचान बताने की अपील की है और वाट्स एप नंबर जारी किया है.
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