
पति-पत्नी, प्राइवेट तस्वीरें और ब्लैकमेलिंग... परेशान होकर किया दोस्त का कत्ल, 9 टुकड़ों में मिली लाश, दिल दहला देगी ये कहानी
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भरूच शहर के भोलाव इलाके में एक गंदा नाला है. जहां उसी नाले के नजदीक आवारा कुत्ते एक संदिग्ध पैकेट को नोच रहे थे. कुछ लोगों ने जब ये मंजर देखा तो वो पैकेट के करीब गए. लेकिन उसे करीब से देख कर उनके रौंगटे खड़े हो गए. उस पैकेट में कुछ और नहीं बल्कि एक कटा हुआ इंसानी सिर था.
गुजरात पुलिस ने एक ऐसे कत्ल का खुलासा किया है, जिसमें पुलिस को एक इंसान की लाश 9 टुकड़ों में मिली थी. पुलिस को सबसे पहले सिर मिला, फिर बांहे और फिर एक-एक कर पुलिस को टुकड़ों में पूरा इंसानी जिस्म मिल गया. जाहिर है ये कत्ल की एक खौफनाक साजिश थी. पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू की. और फिर लाश ने खुद पुलिस को एक ऐसा सुराग दे दिया, जिसकी वजह से पूरा मामला सिलसिलेवार तरीके से खुलकर सामने आ गया. कातिल का चेहरा और नाम जानकर हर कोई हैरान था. चलिए आपको बताते हैं, इस सनसनीखेज कत्ल की पूरी कहानी.
29 मार्च 2025, भरूच, गुजरात शहर के भोलाव इलाके में एक गंदा नाला है. जहां उसी नाले के नजदीक आवारा कुत्ते एक संदिग्ध पैकेट को नोच रहे थे. कुछ लोगों ने जब ये मंजर देखा तो वो पैकेट के करीब गए. लेकिन उसे करीब से देख कर उनके रौंगटे खड़े हो गए. उस पैकेट में कुछ और नहीं बल्कि एक कटा हुआ इंसानी सिर था. जी हां, इंसान का सिर. अब नाले में कटा हुआ सिर मिले, तो मामला कत्ल के सिवाय कुछ दूसरा हो ही नहीं सकता. तो लोगों ने फौरन पुलिस को इत्तिला दी और पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामले की छानबीन शुरू कर दी.
चार दिनों तक मिलते रहे इंसानी जिस्म के टुकड़े सबसे पहले तो कटे हुए सिर को ही कब्जे में लिया गया, उसकी जांच की गई और फिर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया. इसी के साथ पुलिस मरने वाले शख्स की पहचान पता करने में जुट गई. जाहिर है जब सिर मिला था, तो धड़ या शरीर के दूसरे टुकड़े भी आस-पास कहीं होने चाहिए थे. लिहाजा, भरूच पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाई और मारे गए इंसान के शरीर के दूसरे अंगों की तलाश चालू कर दी. इसके बाद तो भोलाव और आस-पास के इलाकों में अगले चार दिनों तक पुलिस को रह-रह कर कटे हुए इंसानी अंग मिलते रहे. कहीं हाथ, कहीं पांव, कहीं धड़ तो कहीं कुछ और.
कटी हुई बांह से मिला पहला सुराग अब मामला बेहद संगीन हो चुका था और पुलिस जल्द से जल्द इस केस का खुलासा करना चाहती थी. लिहाजा, सबसे पहले उसने मरने वाले शख्स की पहचान पता करने की कोशिश तेज कर दी. भरूच शहर के सभी 31 थानों से हाल के कुछ दिनों में गायब हुए तमाम लोगों की मिसिंग रिपोर्ट की लिस्ट निकाली गई और उनमें से 35 से 40 साल वाले एज ग्रुप के पुरुषों के बारे में जानकारी जुटाई जाने लगी. इस बीच पुलिस को किस्तों में मिल रहे लाश के टुकड़ों से ही इस केस का पहला क्लू मिला. पुलिस को नाले से बरामद एक कटी हुई बांह पर सचिन के नाम का टैटू बना हुआ दिखा. यानी ये बात तकरीबन साफ हो गई कि मरने वाले शख्स का नाम सचिन ही रहा होगा.
दूसरे थाने में दर्ज थी मिसिंग रिपोर्ट इत्तेफाक से जिस रोज़ पुलिस को नाले से पहली बार कटा हुआ सिर मिला था, उसके एक रोज़ पहले ही शहर के सी डिविडन थाने में सचिन नाम के एक शख्स की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी. अब पुलिस ने मिसिंग रिपोर्ट लिखवाने वाले उस शख्स को लाश की शिनाख्त के लिए बुलाया और जब शिकायतकर्ता को टुकड़ों में बंटे उस इंसान की लाश दिखाई गई, तो वो गम और अफसोस के मारे बदहवास हो गया.
बिजनौर का रहने वाला था मृतक सचिन ये वाकई सचिन ही था, सचिन चौहान. जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बिजनौर का रहने वाला था. और भरूच की एक फैक्ट्री में पिछले कई सालों से काम करता था. उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाने वाला लड़का उसका भाई शैलेंद्र था, जो अपने भाई से उसका संपर्क टूट जाने और उसका मोबाइल फोन स्विच्ड ऑफ हो जाने पर उसकी तलाश करने बिजनौर से भरूच पहुंचा था.

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