नौकरी छोड़ने पर तुरंत मिलेंगे 4 लाख, गजब है इस बड़ी कंपनी का 'Pay To Quit' प्रोग्राम
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Amazon कर्मचारी को नौकरी छोड़ने के लिए 2000 डॉलर ऑफर कर रहा है और अगर वो कर्मी अपने प्लान का एक साल के लिए बढ़ाता है, तो ये रकम 3000 डॉलर हो जाएगी. हर साल इस ऑफर की रकम में 1000 डॉलर का इजाफा होगा. इसकी अधिकतम लिमिट 5,000 डॉलर तय की गई है.
दुनिया के तीसरे सबसे अमीर इंसान जेफ बेजोस (Jeff Bezos) के नेतृत्व वाली दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन (Amazon) अपने कर्मचारियों को जॉब छोड़ने के लिए 4 लाख रुपये तक ऑफर कर रही है. चौंक गए ना, लेकिन ये बिल्कुल सच है. दरअसल, अरबपति कारोबारी की कंपनी में ये ऑफर एक खास प्रोग्राम के तहत दिया जा रहा है, जिसका नाम है पे टू क्विट (Pay To Quit), हालांकि, इसके साथ एक टैगलाइन भी जुड़ी हुई है. आइए जानते हैं बेजोस के इस ऑफर और टैगलाइन के बारे में विस्तार से...
हर साल बढ़ेगी ऑफर की रकम Amazon के फाउंडर जेफ बेजोस को उनकी अपरंपरागत नेतृत्व रणनीतियों के लिए दुनियाभर में पहचाना जाता है. इसीमें से एक है उनकी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों को कंपनी से अलग होने पर भी अपने करियर में आगे बढ़ने में मदद करना और वित्तीय रूप से सशक्त बनाना. इसी उद्देश्य से कंपनी ने पे टू क्विट प्रोग्राम शुरू किया है, जिसमें कंपनी की नौकरी छोड़ने वालों को 2000 डॉलर (1,66,548 रुपये) का ऑफर दिया जा रहा है. खास बात ये है कि अगर कर्मचारी नौकरी छोड़ने के अपने प्लान को एक साल के लिए एक्सटेंड करता है, तो फिर ये ऑफर 2000 की जगह 3000 डॉलर हो जाएगा. यानी हर साल इस ऑफर की रकम में 1000 डॉलर की बढ़ोतरी होगी. इस ऑफर के तहत अधिकतम सीमा 5,000 डॉलर या 4,16,373 रुपये तय की गई है.
इस कंपनी से प्रेरित होकर की शुरुआत साल 2014 में शेयरधारकों को लिखे एक पत्र में Jeff Bezos ने लिखा था कि अमेजन में हमें सामान्य रूप से नया आविष्कार करने से ज्यादा खुशी कहीं नहीं मिलती, खासतौर पर यह सुनिश्चित करते हुए कि कंपनी एक समर्पित और उत्साही कार्यबल बनाए रखे और उनके करियर टारगेट को पाने में मददगार साबित हो. कुछ इसी विचार से संबंधित है बेजोस का ये Pay To Quit प्रोग्राम. इस तरह की पहल अमेजन से पहले जैप्पोस (Zappos) कंपनी में भी की जाचुकी है, जिसे जबरदस्त रिस्पांस मिला था. इसी से प्रेरित होकर अमेजन ने भी ये कदम उठाया है.
कंपनी और स्टाफ दोनों के हित में प्रोग्राम अमेजन ने अपने फुलफिलमेंट सेंटर पर एंप्लॉई को पे टू कुइट प्रोग्राम के तहत ऑफर देने का फैसला किया है. इसके जरिए वे न केवल स्टाफ, बल्कि कंपनी का भी भला करने का प्रयास कर रहे है. इसके पीछे भी एक बड़ा कारण है. दरअसल, नौकरी छोड़ने की तैयारी कर रहे या मन बना रहे कर्मचारी को जॉब क्विट करने के बाद नई नौकरी पाने और खाली समय में वित्तीय मदद मिलेगी, तो वहीं इस ऑफर के तहत मिलने वाली रकम में हर साल इजाफे से वो कर्मचारी अपने Job Quit के प्लान का आगे बढ़ाकर कंपनी के साथ जुड़ा भी रह सकता है. Amazon ने बाकायदा इस पेशकश के साथ जो टैगलाइन दी है, उससे तो यही अंदाजा लगाया जा सकता है. दरअसल, कंपनी ने लिखा है Please Don't Take This Offer (कृपया ये ऑफर ना लें), जो कर्मचारियों को कंपनी के साथ बने रहने के लिए अमेजन की प्राथमिकता को प्रदर्शित करता है.
कर्मचारियों की सोच आंकने में मददगार अमेजन CEO जेफ बेजोस की मानें तो इस खास प्रोग्राम को शुरू करने के पीछे की वजह ये थी कि इस ऑफर के जरिए कंपनी को कर्मचारियों की सोच के बारे में आसानी से पता लगाया जा सकता है. इससे यह जानकारी मिलती है कि कर्मचारी पैसे लेकर कंपनी छोड़ना चाहते हैं या नहीं, या कर्मचारी कंपनी के साथ कितना लंबा सफर तय करेंगे. Pay To Quit कर्मचारियों को अपने करियर पथ पर सावधानीपूर्वक विचार करने के लिए प्रोत्साहित करने वाला प्रोग्राम माना जा रहा है.