नोएडा में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर, 10 नवंबर तक स्कूल बंद, DM ने दिया आदेश
AajTak
Noida School Closed: आंकड़ों के अनुसार दिल्ली-NCR में सबसे चिंताजनक हालात अभी नोएडा के हैं, जहां सोमवार की सुबह 8.30 बजे के करीब एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 616 दर्ज किया गया. बढ़ते प्रदूषण के बीच कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान यानी GRAP का चौथा चरण लागू कर दिया है.
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण इमरजेंसी के हालात बन गए हैं. हवा में घुले जहर से बच्चों को बचाने के लिए दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद प्रशासन ने स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है. इसी कड़ी में मंगलवा को गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी ने प्री-स्कूल से लेकर नौवीं कक्षा तक के स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है.
नोएडा डीएम ने आदेश देते हुए कहा है कि स्कूल प्रशासन ऑनलाइन क्लासेज के जरिये बच्चों को इस दौरान पढ़ाए. स्कूलों को तत्काल प्रभाव से 10 नवंबर तक के लिए फिलहाल बंद कर दिया गया है. बता दें कि जहरीली हवा की वजह से दिल्ली एनसीआर में लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आखों में जलन और गले में खराश जैसी शिकायतें हो रही हैं. दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद समेत एनसीआर के सभी इलाकों में सोमवार को प्रदूषण का स्तर गंभीर पाया गया.
आंकड़ों के अनुसार दिल्ली-NCR में सबसे चिंताजनक हालात अभी नोएडा के हैं, जहां सोमवार की सुबह 8.30 बजे के करीब एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 616 दर्ज किया गया. बढ़ते प्रदूषण के बीच कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान यानी GRAP का चौथा चरण लागू कर दिया है. जिसके तहत दिल्ली में निर्माण कार्य यानी कंस्ट्रक्शन के काम पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है. कचरा जलाने पर नजर रखी जा रही है. प्रदूषण की वजह से दिल्ली के सभी प्राइमरी स्कूल 10 नवंबर तक बंद रहेंगे जबकि क्लास 6 से 12 तक के स्कूलों में ऑनलाइन क्लास चलेंगी.
बता दें कि शून्य से 50 के बीच AQI अच्छा, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI ‘गंभीर’ माना जाता है.
मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, हवा की रफ्तार धीमी है. साथ ही बारिश के भी आसार नहीं हैं. ऐसे में आने वाले कुछ और दिन दिल्ली में हवा जहरीली ही रहेगी. 7 नवंबर के बाद पश्चिमी विक्षोभ हिमालय क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है लेकिन दिल्ली-एनसीआर में बारिश की कोई संभावना नहीं है.
Drone Delivery: ड्रोन का इस्तेमाल अब खेती से लेकर डिलीवरी और युद्ध तक में हो रहा है. हालांकि, शहरों और रिमोट एरिया में ड्रोन डिलीवरी में एक प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं. इसकी वजह इनकी पहुंच का आसान होना है. जहां रिमोट एरिया में रास्तों की चुनौती होती है, तो शहरों में ट्राफिक इन रास्ते का रोड़ा होता है. ऐसे में ड्रोन्स कैसे डिलीवरी के क्षेत्र में क्रांति ला रहे हैं.