दोषियों की रिहाई पर बोलीं बिलकिस बानो- 20 साल पुराना सदमा फिर कहर बनकर टूटा
AajTak
बिलकिस बानो केस के सभी 11 दोषियों को रिहा कर दिया गया है. दोषियों पर बिलकिस बानो के साथ गैंगरेप करने के साथ-साथ उसके परिवार के 7 सदस्यों की हत्या करने का भी इल्जाम था. दोषियों की रिहाई पर फैसला गुजरात सरकार ने लिया है. सभी दोषियों को 2008 में अदालत की तरफ से उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी.
बिलकिस बानो मामले में 11 दोषियों को गुजरात सरकार ने जेल से रिहा कर दिया. अब इस फैसले पर बिलकिस बानो की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. बिलकिस ने कहा, '15 अगस्त 2022 को मुझपर जैसे पिछले 20 सालों का सदमा फिर से कहर की तरह टूट पड़ा, जब मैंने सुना कि जिन 11 आरोपियों ने मेरा पूरा जीवन नष्ट किया. मेरी आंखों के सामने मेरे पूरे परिवार को खत्म किया. मेरी 3 साल की बेटी मुझसे छीन ली, वो सभी रिहा कर दिए गए. अब वो आह्लाद (खुश होकर) घूम रहे हैं. ये सुनने के बाद मेरे पास कोई शब्द नहीं हैं. मैं सुन्न और खामोश सी हो गई हूं.'
उन्होंने आगे कहा कि मैं केवल इतना कह सकती हूं. क्या एक औरत को दिए गए न्याय का अंत यही है. मैंने इस देश के सबसे ऊंचे न्यायालय पर विश्वास रखा. मैंने इस व्यवस्था पर विश्वास रखा. मैं धीरे-धीरे अपने सदमे के साथ जीना सीख रही थी. लेकिन इन 11 आरोपियों की रिहाई ने मुझसे मेरी शांति छीन ली और न्याय की व्यवस्था पर मेरे भरोसे को हिला दिया है.
बिल्किस बानो ने कहा कि मेरा दुख और ये डगमगाता विश्वास सिर्फ अपने लिए नहीं उन सब औरतों के लिए है, जो इंसाफ की तलब में अदालतों में लड़ाई लड़ रही हैं. इन आरोपियों को रिहा करने के इतने बड़े और अन्यायपूर्ण फैसले से पहले किसी ने मुझसे नहीं पूछा. मेरी सुरक्षा और बहाली के बारे में नहीं सोचा.
उन्होंने आगे कहा, 'मैं गुजरात सरकार से अपील करती हूं कि इस हानिकारक फैसले को वापस लें और शांति से, निडर होकर मेरे जीने का अधिकार मुझे वापस लौटाएं. मेरे और मेरे परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करें. ये बयान बिलकिस बानो की तरफ से एडवोकेट शोभा ने जारी किया है.'
बिलकिस के पति ने क्या कहा था?
बिलकिस के पति याकूब ने कहा था कि घर पर माहौल बहुत खराब है. हम सब इस फैसले से दुखी हैं. हम पहले भी डर से साये में जी रहे थे. लेकिन अब दोषियों के जेल से रिहा होने के बाद डर और बढ़ गया है. हमें अभी तक कोई सुरक्षा नहीं मिली, हम अभी तक जगह बदल-बदल कर रहते रहे हैं. आरोपियों को दोषी ठहराए जाने के बाद वे और उनका परिवार शांति से रह रहा था. लेकिन अब डर और बढ़ गया है. हमने इस हादसे में सब कुछ गंवा दिया था. हमारी तीन साल की बेटी की जान चली गई. बिलकिस के साथ ये हादसा हुआ.
जून 2022 में उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर भाजपा के साथ गठबंधन करने वाले शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री बनने के बाद पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न ‘तीर-कमान’ भी अपने पक्ष में कर लिया था. इस बगावत ने शिवसेना को दो धड़ों में बांट दिया, लेकिन इस चुनाव में शिंदे ने साबित कर दिया कि राज्य की जनता उनके नेतृत्व पर भरोसा करती है.
आज सुबह की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 24 नवंबर, 2024 की खबरें और समाचार: महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावी नतीजे घोषित हो गए हैं. महाराष्ट्र में जहां एक बार फिर महायुति की सरकार बनेगी तो वहीं झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में INDIA ब्लॉक सरकार बनाने जा रहा है. पर्थ टेस्ट में भारत मजबूत स्थिति में पहुंच गया है.
महाराष्ट्र में महायुति की महाविजय हो चुकी है, लेकिन सबसे शानदार प्रदर्शन बीजेपी का रहा है. बीजेपी 132 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी. अब सवाल ये है कि सीएम कौन बनेगा? क्योंकि बीजेपी को प्रचंड जीत मिली है, तो क्या देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं या फिर एकनाथ शिंदे को ही फिर से सीएम की कुर्सी मिलेगी? देखें मुंबई मेट्रो.