दिल्ली में कैसे बढ़ी कोरोना मरीजों की दवा की डिमांड, कैसे हुई फेबि फ्लू की कमी?
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फेबि फ्लू की सेल्फ लाइफ 3 से 6 महीने थी, और पहली वेव ख़त्म होने के बाद कंपनी ने प्रोडक्शन कम किया. हालांकि फेबि फ्लू की शॉर्टेज ख़त्म होने में 5 दिन लगेंगे.
दिल्ली में जहां एक तरफ कोरोना के मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है वहीं दूसरी तरफ मरीजों के लिए जरूरी दवाइयों की डिमांड भी तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में कई दवाएं ऐसी भी हैं जिनके मिलने में ख़ासा मुश्किलें भी आ रही हैं. इस मामले में ऑल इंडिया केमिस्ट एंड डिस्ट्रीब्यूटर फेडरेशन के सचिव प्रयांश गुप्ता ने आजतक से ख़ास बातचीत की. बातचीत में उन्होंने बताया कि आखिर दिल्ली में क्यों कोरोना मरीजों के लिए जरूरी दवाइयों की डिमांड बढ़ गयी है और कौन सी वो दवाएं हैं जिनका मिलना आसान नहीं है. प्रयांश बताते हैं कि फेबि फ्लू की सेल्फ लाइफ 3 से 6 महीने थी, और पहली वेव ख़त्म होने के बाद कंपनी ने प्रोडक्शन कम किया. हालांकि फेबि फ्लू की शॉर्टेज ख़त्म होने में 5 दिन लगेंगे. उन्होंने बताया कि हर डॉक्टर इस दवाई को कोरोना मरीज़ के लिए लिख रहा है. डॉक्टर की पर्ची, कोरोना रिपोर्ट दिखाने पर ही दवाई दे रहे हैं ताकि ब्लैक मार्केटिंग न हो. फ़िलहाल स्थिति 50% तक ठीक हुई है.भारतीय जनता पार्टी ने गठबंधन के साथ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में शानदार जीत दर्ज की है. इस मौके पर नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में जश्न का माहौल है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचे. पीएम ने इस दौरान बताया कि महाराष्ट्र में महायुति की जीत क्यों ऐतिहासिक है? देखें.
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