तो Gaza में दो महीने नहीं दागेंगे मिसाइलें? सभी बंधकों की रिहाई पर सीजफायर के लिए Israel तैयार
AajTak
इजरायल ने सभी बंधकों की रिहाई के लिए हमास को एक प्रस्ताव भेजा है. इसमें कहा गया है कि अगर सभी इजरायली बंधकों को रिहा किया जाता है तो 2 महीने तक गाजा में हमले पर रोक लगाई जाएगी. इजरायल ने कतरी और मिस्र के मध्यस्थों के माध्यम से हमास को समझौते का प्रस्ताव दिया है. इजरायली अधिकारियों के अनुसार, गाजा में अभी भी 130 से ज्यादा बंधकों को रखा गया है.
दो महीने बाद एक बार फिर इजरायल सीजफायर के प्रस्ताव पर आगे बढ़ गया है. इजरायल ने हमास के लड़ाकों को प्रस्ताव भेजा है और कहा है कि अगर हमारे सभी बंधक की रिहाई कर दी जाती है तो हम गाजा में दो महीने तक सीजफायर के लिए तैयार हैं. यानी गाजा में दो महीने तक मिसाइलें और बम-बारूद के ब्लास्ट की गूंज थम सकती है.
बता दें कि इजराइल और हमास के बीच 7 अक्टूबर 2023 से युद्ध चल रहा है. सबसे पहले हमास के लड़ाकों ने इजराइल में घुसकर हमले किए थे. इस घटना में करीब 1400 इजराइली नागरिक मारे गए थे. जबकि 240 लोगों का अपहरण कर लिया गया था. इसके जवाब में इजरायल ने गाजा पर हमला किया, जिसमें 15000 से अधिक लोग मारे गए. अभी भी करीब 137 इजरायली नागरिक हमास के लड़ाकों के कब्जे में हैं. इन नागरिकों को छुड़वाने के लिए इजरायल में लोग सरकार पर दबाव बना रहे हैं.
'कतर और मिस्र के जरिए भेजा गया प्रस्ताव'
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने सोमवार को अमेरिकी समाचार आउटलेट एक्सियोस का हवाला देकर बड़ा दावा किया है. इसमें बताया कि इजरायल ने हमास को एक प्रस्ताव दिया है. ये प्रस्ताव मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे कतर और मिस्र के जरिए भेजा गया है. इसमें मल्टी-फेस डील के तहत गाजा में दो महीने तक युद्धविराम घोषित करने पर सहमति दी गई है.
'सभी बंधकों को रिहा करना होगा'
दो इजरायली अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि इस प्रस्ताव में इजरायल ने शर्त रखी है कि इन दो महीने के सीजफायर के बदले हमास को सभी इजरायली बंधकों को रिहा करना होगा. हालांकि, अब तक ना तो इजरायल, ना ही कतर और ना ही मिस्र ने इसकी पुष्टि की है. अगर हमास के लड़ाके भी इस प्रस्ताव पर सहमति जताते हैं तो गाजा में कुछ दिन तक खूनखराबा नहीं हो सकेगा.
बांग्लादेश की पुलिस ने हिंदू साधू चिन्मय प्रभु को उनके भाषण के बाद गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें उन्होंने अत्याचार के खिलाफ हिंदुओं को एकजुट होने का आह्वान किया था. बीते कुछ समय से, बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों को लेकर उनका यह भाषण एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा था. देखें VIDEO
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच लंबे समय से तनाव देखा जा रहा है. लेकिन इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. CNN की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लेबनानी समूह हिजबुल्लाह के साथ सीजफायर समझौते को मंजूरी दे दी है, लेकिन कुछ डिटेल्स को लेकर इजरायल को आपत्तियां हैं, जिसे फिर से सोमवार को लेबनान को भेजे जाने की उम्मीद थी.