![तालिबानी राज में 50% अफगानी पत्रकारों ने गंवाई नौकरी, लगभग आधे मीडिया आउटलेट बंद: रिपोर्ट](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202303/dce-sixteen_nine.jpg)
तालिबानी राज में 50% अफगानी पत्रकारों ने गंवाई नौकरी, लगभग आधे मीडिया आउटलेट बंद: रिपोर्ट
AajTak
अफगानिस्तान में तालिबान की एंट्री के बाद से कई बदलाव देखने को मिले हैं और कई विवादित फरमान भी जारी हुए हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार देश के तालिबानी राज आने के बाद से कई बदलाव देखने को मिले. इसमें एक बड़ा बदलाव ये है कि देश में 50 प्रतिशत से अधिक पत्रकारों ने अपनी नौकरी खो दी और लगभग आधे मीडिया आउटलेट बंद हो गए हैं.
अफगानिस्तान के टोलो न्यूज राष्ट्रीय पत्रकार संघ (ANJU) का हवाला देकर जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार देश के तालिबानी राज आने के बाद से कई बदलाव देखने को मिले. इसमें एक बड़ा बदलाव ये है कि देश में 50 प्रतिशत से अधिक पत्रकारों ने अपनी नौकरी खो दी और लगभग आधे मीडिया आउटलेट बंद हो गए हैं. इसके कई कारण हैं जिसमें से एक वित्तीय संकट भी है. राष्ट्रीय पत्रकार दिवस के अवसर पर प्रकाशित रिपोर्ट से ये जानकारी सामने आई है.
गर्भनिरोधकों की बिक्री पर रोक
गौरतलब है कि देश में तालिबान की एंट्री के बाद से कई बदलाव देखने को मिले हैं और कई विवादित फरमान भी जारी हुए हैं. हाल में आई खबर के अनुसार देश के दो प्रांतों में तालिबान ने गर्भनिरोधकों की बिक्री पर रोक लगा दी है. सभी दवाई दुकानदारों को भी चेतावनी जारी कर दी गई है, इसे पश्चिमी देशों की एक साजिश बताया जा रहा है.
तालिबान को ऐसा लगता है कि मुस्लिम आबादी को कंट्रोल करने के लिए इन गर्भनिरोधकों का इस्तेमाल किया जाता है. इसी वजह से उसने घर-घर जाकर ये चेतावनी जारी कर दी है कि इन दवाओं का किसी भी सूरत में इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. दुकानदारों को भी धमकी दे दी गई है, इस प्रकार की किसी भी दवा को स्टॉक में रखने की इजाजत नहीं है. काबुल के एक दुकानदार ने इस नए नियम के बारे में विस्तार से बताया है.
महिलाओं पर पहले भी लगे बैन
तालिबान की तरफ से महिलाओं पर इससे पहले भी कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए हैं. अब अफगानिस्तान में प्राइवेट यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली छात्राएं यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम में नहीं बैठ पाएंगी. फैसला हुआ है कि किसी भी लड़की को एग्जाम देने की इजाजत नहीं दी जाएगी. जिस भी यूनिवर्सिटी ने नियमों का पालन नहीं किया, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात भी कही गई है. इससे पहले महिलाओं के पार्क जाने, जिम जाने पर भी रोक लगाई जा चुकी है.
![](/newspic/picid-1269750-20250210171101.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय फ्रांस यात्रा पर पेरिस पहुंचे हैं, जहां वे एआई कार्य शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करेंगे. इस दौरान वे भारत-फ्रांस साझेदारी की समीक्षा करेंगे, भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे और मार्सिले में भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करेंगे. इसके बाद वे अमेरिका की यात्रा पर जाएंगे.
![](/newspic/picid-1269750-20250210093038.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस की यात्रा पर रवाना होकर भारत-फ्रांस संबंधों में सुधार करने की पहल की है. इस दौरे के दौरान, दोनों देश आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में सहयोग के अवसरों को तलाशेंगे. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ आयोजित इस शिखर सम्मेलन में दोनों नेता महत्वपूर्ण चर्चाओं में भाग लेंगे.
![](/newspic/picid-1269750-20250210081833.jpg)
डोनाल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद पीएम मोदी के साथ उनकी यह पहली मुलाकात होगी. पीएम मोदी दूसरे ऐसे वैश्विक नेता होंगे, जो ट्रंप से शपथ ग्रहण के बाद द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे. इससे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप से मुलाकात की थी. दोनों वैश्विक नेताओं के बीच इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है.
![](/newspic/picid-1269750-20250210052554.jpg)
ट्रंप और PM मोदी की ये आठवीं मुलाकात, जानिए इससे पहले कब और कहां मिले दोनों नेता, क्या हुई थीं बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12-13 फरवरी को अमेरिका के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से पीएम मोदी की मुलाकात होगी. दोनों नेताओं के बीच होने वाली ये मीटिंग कई मायनों में अहम मानी जा रही है. 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ट्रंप ने नेतन्याहू के बाद पीएम मोदी को अमेरिका आने का न्योता दिया है.