ताइवान के लाई चिंग ते जीते राष्ट्रपति चुनाव, चीन के हैं कट्टर विरोधी
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चीन ने चुनाव से पहले ही लाई चिंग को अलगाववादी घोषित कर दिया था. चीन ने ताइवान की जनता से दो टूक कहा था कि अगर वे सैन्य संघर्ष की स्थिति से बचना चाहते हैं तो उन्हें सही विकल्प चुनना होगा.
ताइवान की सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (DTP) के नेता लाई चिंग ते (Lai Ching-te) ने शनिवार को राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है. लाई चिंग और उनकी पार्टी डीपीटी को चीन का कट्टर विरोधी माना जाता है.
चीन ने चुनाव से पहले ही लाई चिंग को अलगाववादी घोषित कर दिया था. चीन ने ताइवान की जनता से दो टूक कहा था कि अगर वे सैन्य संघर्ष की स्थिति से बचना चाहते हैं तो उन्हें सही विकल्प चुनना होगा. देश के मौजूदा उपराष्ट्रपति लाई चिंग ताइवान की स्वतंत्रता और चीन के क्षेत्रीय दावे का विरोध करते हैं.
डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी ने रचा इतिहास
लाई चिंग ते की जीत के साथ ही उनकी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी ने लगातार तीसरी बार सत्ता में आकर इतिहास रच दिया है. हालांकि, उनकी जीत से चीन और ताइवान के बीच तनाव बढ़ने के पूरे-पूरे आसार हैं.
तीन उम्मीदवारों के बीच था मुकाबला
राष्ट्रपति चुनाव में लाई चिंग ते के अलावा विपक्षी पार्टी कुओमिनतांग (KMT) के होउ यू इह और ताइवान पीपुल्स पार्टी के को वेन जे के बीच मुकाबला था. केएमटी को चीन समर्थित पार्टी माना जाता है. होऊ यू इह राजनीति में आने से पहले पुलिस फोर्स के हेड रह चुके हैं.
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