ट्रंप का टैरिफ टेरर! पार्टी की बगावत के बाद अब संसद में घिरे...क्या चुनाव तक सत्ता में टिक पाएंगे ट्रूडो?
AajTak
अमेरिका में 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद की शपथ लेने जा रहे हैं. ट्रंप और ट्रूडो के रिश्ते अच्छे नहीं रहे हैं. ट्रंप उन्हें पसंद भी नहीं करते. और तो और, ट्रंप ने कनाडा पर टैरिफ लगाने का ऐलान भी कर दिया है.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की दिक्कतें अब बढ़ने लगी हैं. अब तक विपक्ष उनके इस्तीफे की मांग पर अड़ा था. लेकिन अब ट्रूडो अपनी पार्टी में भी घिरने लगे हैं. उनकी ही लिबरल पार्टी के कई सांसद उनसे पद छोड़ने को कह रहे हैं. ट्रूडो से मतभेद के कारण कुछ दिन पहले ही डिप्टी पीएम और वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने भी इस्तीफा दे दिया था.
ट्रूडो का विरोध इसलिए भी बढ़ता जा रहा है, क्योंकि कनाडा में अगले साल संसदीय चुनाव हैं. ट्रूडो 2015 से ही सत्ता में बने हैं. लेकिन अब ट्रूडो की लोकप्रियता लगातार कम हो रही है. लिबरल पार्टी के बहुत से नेताओं का मानना है कि अगर ट्रूडो पद से नहीं हटते हैं तो पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है.
ट्रूडो की ये मुसीबत तब और ज्यादा बढ़ गई, जब क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने इस्तीफा दे दिया. क्रिस्टिया ने उसी दिन इस्तीफा दिया, जिस दिन उन्हें बजट पेश करना था. उनके इस्तीफे के बाद अब कैबिनेट भी ट्रूडो पर इस्तीफे का दबाव बना रही है. कभी ट्रूडो की सरकार में सहयोगी रहे एनडीपी नेता जगमीत सिंह ने भी उनसे पद छोड़ देने को कहा है.
ट्रंप का टैरिफ अटैक
अमेरिका में 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद की शपथ लेने जा रहे हैं. ट्रंप और ट्रूडो के रिश्ते अच्छे नहीं रहे हैं. ट्रंप उन्हें पसंद भी नहीं करते. और तो और, ट्रंप ने कनाडा पर टैरिफ लगाने का ऐलान भी कर दिया है.
ट्रंप ने साफ कर दिया है कि वो कनाडा और मेक्सिको से अमेरिका आने वाले सभी उत्पादों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाएंगे, क्योंकि इन देशों से बड़ी संख्या में अवैध प्रवासी अमेरिकी सीमा में दाखिल हो रहे हैं. इन देशों से बड़े पैमाने पर ड्रग्स की सप्लाई भी अमेरिका में हो रही है.
बेंगलुरु में आत्महत्या करने वाले इंजीनियर अतुल सुभाष मामला चर्चा में है. इस बीच ये बात भी हो रही है कि हमारे यहां तलाक की कानूनी पेचीदगियां काफी ज्यादा हैं, जिसका फायदा कोई एक पक्ष उठा लेता है. दूसरी तरफ, एक ऐसा भी देश है, जहां तलाक लेना ही गैरकानूनी है. अलग होने के लिए लोग यहां एक्सट्रीम रास्ते ले रहे हैं.
पहले 60 सांसदों का विरोध, अब क्रिस्टिया से झटका... अपनी ही पार्टी में क्यों घिर गए कनाडाई PM ट्रूडो?
जस्टिन ट्रूडो से टकराव के चलते ही देश की उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने सोमवार को पद से इस्तीफा दे दिया. दोनों के बीच ट्रंप के संभावित टैरिफ को लेकर मतभेद था. उन्होंने उसी दिन पद से इस्तीफा दिया, जब उन्हें संसद में बजट पेश करना था.
सिख फॉर जस्टिस (SFJ) संगठन के लीडर गुरपतवंत सिंह पन्नू ने दावा किया कि भारत रूसी अधिकारियों और एजेंसियों के साथ मिलकर खालिस्तान समर्थकों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश में है. पन्नू ने रूसी मीडिया तक को खालिस्तान के खिलाफ प्रचार करने वाला कह दिया. लेकिन क्या वाकई रूस SFJ या बाकी प्रो-खालिस्तानी समूहों के खिलाफ है? अगर हां, तो क्या है वजह?
विश्वास मत सत्र के दौरान 733 संसद सदस्यों में से 207 ने शोल्ज सरकार के पक्ष में मतदान किया जबकि 394 ने विरोध में वोट डाला. यह प्रस्ताव पिछले महीने शोल्ज के तीन-पक्षीय गठबंधन के पतन के बाद आया है. शोल्ज ने बजट और आर्थिक नीतियों पर असहमति के कारण नवंबर में पूर्व वित्त मंत्री क्रिश्चियन लिंडनर को बर्खास्त कर दिया था.