जब बचपन में घरवालों से रूठ कर जा रही थीं लता मंगेशकर, यूं मिला सबक
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भले ही वो वक्त थोड़े समय का रहा मगर उनके जेहन में उनके बचपन की यादें वृद्धावस्था में भी ताजा थीं. उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान एक किस्सा शेयर किया था और बताया था बचपन में उन्हें उनकी शरारतों की वजह से एक सबक मिला था जिसे उन्होंने ताउम्र याद भी रखा.
सुरों की मल्लिका नहीं रहीं. लता मंगेशकर के साथ हर पीढ़ी के लोगों की भावनाएं जुड़ी थीं. सिंगर ने अपने शुरुआती जीवन में काफी संघर्ष देखा. छोटी सी उम्र में ही उन्हें परिपक्व होना पड़ा. खेलने-कूदने की उम्र में उनके ऊपर परिवार की जिम्मेदारियां थीं. मगर इस मैच्योरिटी के आने से पहले जब लता काफी छोटी थीं तब वे शरारती भी हुआ करती थीं. भले ही वो वक्त मुख्तसर सा रहा मगर उनके जेहन में उनके बचपन की यादें वृद्धावस्था में भी ताजा थीं. उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान एक किस्सा शेयर किया था और बताया था बचपन में उन्हें उनकी शरारतों की वजह से एक सबक मिला था.
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