
जब आई भयानक बाढ़, कार के अंदर फंसी आर माधवन की प्रेग्नेंट वाइफ, ऐसे बची जान
AajTak
सीरीज 'द रेलवे मेन' में काम करने को लेकर आर माधवन ने बात की है. नेटफ्लिक्स के राउंडटेबल इंटरव्यू में होस्ट नीलेश मिश्रा ने 'द रेलवे मेन' की स्टारकास्ट से बातचीत की. इस दौरान माधवन ने बताया कि उन्होंने अपने किरदार की तैयारी कैसे की थी. साथ ही उन्होंने अपनी पत्नी सरिता बिरजे को लेकर एक किस्सा भी शेयर किया.
आर माधवन साउथ से लेकर बॉलीवुड के फेमस एक्टर हैं. हाल ही में नेटफ्लिक्स पर उनकी लिमिटेड सीरीज 'द रेलवे मेन' रिलीज हुई है. इस शो की कहानी 1984 में हुई भोपाल गैस त्रासदी पर आधारित है. ये सीरीज उन जाबाज लोगों से हमें रूबरू करवाती है, जो खुद आम जनता थे और उन्होंने अपने सामने आने वाले हर शख्स की मदद करने की कोशिश की थी. ऐसे में इन लोगों ने हजारों लोगों की जान उस मुश्किल घड़ी में बचाई थी.
अब इस सीरीज में काम करने को लेकर आर माधवन ने बात की है. नेटफ्लिक्स के राउंडटेबल इंटरव्यू में होस्ट नीलेश मिश्रा ने 'द रेलवे मेन' की स्टारकास्ट से बातचीत की. इस दौरान माधवन ने बताया कि उन्होंने अपने किरदार की तैयारी कैसे की थी. साथ ही उन्होंने अपनी पत्नी सरिता बिरजे को लेकर एक किस्सा भी शेयर किया.
किरदार के बारे में बोले आर माधवन
माधवन ने 'द रेलवे मेन' में रति पांडे नाम के किरदार को निभाया है. रति शो में अनजान लोगों की मदद करने में जी-जान लगाते दिख रहे हैं. अपने किरदार के बारे में माधवन ने कहा, 'वो इतना भयानक हादसा था कि अभी तक लोग उससे पूरी तरह बाहर नहीं आ पाए हैं. जब हमारे डायरेक्टर साहब ये कहानी लेकर मेरे पास तब मुझे मौका मिला कि और थोड़ा रिसर्च करें कि और क्या हुआ था, किस तरह के लोग इससे जुड़े हुए थे, किस तरह से मदद की गई थी. तो मुझे लगा कि बनता तो जरूर है कि ऐसी कहानी हम ऐसी कहानी हम दुनिया के सामने ले आएं.'
'और इसकी खूबसूरती ये है कि हम इसे मॉर्बिड तरीके से नहीं बल्कि सिर्फ एक ड्रामेटिक वर्जन में, जो वहां के लोगों ने बलिदान दिया है और वीरता दिखाई है, उन्होंने अपनी कॉल ऑफ ड्यूटी से बाहर जाकर मदद की है. उसके बारे में लोगों को जानकारी मिले. रति पांडे भी कर्मवीर इंसान है. उसमें एक कमाल की बात है कि वो कहते हैं कि ऐसी सिचुएशन में कोई मूर्ख या पागल ही जाएगा लोगों को बचाने के लिए या फिर कोई अपना.'
जब कार में फंसी माधवन की वाइफ

सेंसर बोर्ड ने 'बैड न्यूज' में विक्की कौशल और तृप्ति डिमरी के तीन किसिंग सीन काटकर करीब 27 सेकंड छोटे किए थे. सेंसर बोर्ड पहले भी फिल्मों में कई 'आपत्तिजनक' सीन्स कटवाता रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये सेंसर बोर्ड्स 125 साल पहले लगी एक आग की वजह से अस्तित्व में आए? पेश है फिल्म सेंसरशिप का इतिहास.