
छत फूटी तो धड़ाम से कमरे में जा गिरे... दो परिवारों की लड़ाई में तीसरे का हो गया नुकसान, वीडियो देख हंसी नहीं रुकेगी!
AajTak
Two Families Clash: भिवंडी स्थित दीवान शाह इलाके के देवनगर का यह मामला है. यहां मोइनुद्दीन नसरुद्दीन शेख और नूरुद्दीन इमामुद्दीन शेख के परिवार के बीच किसी बात को लेकर विवाद छिड़ गया था. इसी दौरान झगड़ते हुए लोग टीन की छत धसकने से नीचे गिर पड़े.
Maharashtra News: भिवंडी शहर में दो परिवारों के बीच मोबाइल फोन पर शुरू हुआ विवाद देखते ही देखते हिंसक झगड़े में बदल गया. इस घटना में दोनों पक्षों के बीच पहले गाली-गलौज हुई, जो धीरे-धीरे इतनी बढ़ गई कि परिवार के लोग आपस में भिड़ गए और छत की चद्दर तोड़ते हुए नीचे गिर पड़े. गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ.
भिवंडी स्थित दीवान शाह इलाके के देवनगर का यह मामला है. यहां मोइनुद्दीन नसरुद्दीन शेख और नूरुद्दीन इमामुद्दीन शेख के परिवार के बीच किसी बात को लेकर विवाद छिड़ गया.
मामला इतना बढ़ा कि बहस के बाद दोनों परिवारों की महिला और पुरुषों में हाथापाई हो गई. इसी दौरान तीसरे शख्स की चद्दर की छत टूट गई और लड़ते हुए महिला-पुरुष नीचे जा गिरे. देखें Video:-
दोनों परिवारों ने मिलकर इस नुकसान की भरपाई की है. हालांकि, स्थानीय लोगों के अनुसार, मामला अभी पूरी तरह शांत नहीं हुआ है और इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है.
चश्मदीदों का कहना है कि यह विवाद मामूली बात से शुरू हुआ था, लेकिन दोनों पक्षों के बीच पुरानी रंजिश के कारण यह गंभीर रूप ले लिया. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है. इस घटना ने क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है, और लोग इसे लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं.
(रिपोर्ट: विक्रांत चौहान)

आगरा में शनिवार को राणा सांगा के खिलाफ बयान के विरोध में करणी सेना के विरोध में करीब 50 से 60 हजार राजपूत इकट्टा होते हैं. कुछ के हाथों में हथियार भी थे. पर भीड़ शांतिपूर्ण ही रही. क्योंकि यूपी सरकार नहीं चाहती थी कि प्रदेश में दंगा हो. पर मुर्शिदाबाद में जुमे की नमाज के बाद भीड़ को नियंत्रित करने का पश्चिम बंगाल सरकार का इरादा शायद यूपी जैसा नहीं था.

वक्फ संशोधन कानून को लेकर जमीयत-उलेमा-ए-हिंद की अहम बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में कानूनी मुद्दों को लेकर चर्चा की गई और संशोधित वक्फ कानून का मुस्लिम समाज पर असर को लेकर भी माथापच्ची की गई. बैठक में यह बात भी उठी कि नए कानून से दिक्कत क्या आएगी? कैसे केस लड़ा जाएगा और कानून की स्टडी पर जोर दिया गया.

मेहुल चोकसी बेल्जियम इलाज कराने के लिए पहुंचा था. उसे अस्पताल के लिए एंट्री भी मिल गई थी, लेकिन उसके पिछले रिकॉर्ड्स को देखते हुए कुछ समस्याओं का भी सामना करना पड़ा. उसने बेल्जियम में रेजिडेंसी कार्ड हासिल करने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया. फिलहाल वह बेल्जियम पुलिस की हिरासत में जेल में है. इस केस के व्हिसल ब्लोअर ने भी उसे भारत लाने की अपील की है.