चुनौतियों की परीक्षा: ब्रेन हेमरेज के बाद महीनों कोमा में रहा, बोलने और सोचने की शक्ति कम, CBSE 12वीं में 93% से पास
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माधव शरण एक साल से कोमा में थे, बावजूद इसके उन्होंने 12वीं की परीक्षा में 93% परसेंट अंक हासिल कर हर किसी को हैरान कर दिया. 2021 में माधव ने 10वीं की परीक्षा पास कि और उसके कुछ दिन बाद उसे ब्रेन हेमरेज हो गया था. जिसकी वजह से उनके दिमाग के 1/3 हिस्से ने काम करना बंद कर दिया था
दिल्ली के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले 12वीं क्लास के छात्र ने CBSE बोर्ड की परीक्षा में 93 प्रतिशत अंक अर्जित किए हैं. दरअसल माधव शरण एक साल से कोमा में थे, बावजूद इसके उन्होंने 12वीं की परीक्षा में 93% परसेंट अंक हासिल कर हर किसी को हैरान कर दिया. 2021 में माधव ने 10वीं की परीक्षा पास कि और उसके कुछ दिन बाद उसे ब्रेन हेमरेज हो गया था. जिसकी वजह से उनके दिमाग के 1/3 हिस्से ने काम करना बंद कर दिया था. कोमा की स्थिति में माधव को आईसीयू में रखना पड़ा था.
इस दौरान डॉक्टरों ने माधव शरण की कई गंभीर सर्जरी की और महीनों बाद 2022 जुलाई से उन्होंने स्कूल जाना शुरू किया. लेकिन माधव शरण की जिंदगी सामान्य छात्र की तरह नहीं थी. उनके बोलने और सोचने की क्षमता बहुत कम हो गई थी. माधव के शरीर के कई हिस्सा भी सही तरीके से काम नहीं कर रहे थे. ऐसे में माधव के सामने पढ़ाई करना एक बड़ी चुनौती का काम बन गया था.
एक साल कोमा में रहने के बाद 93% परसेंट अंक हासिल किए
धीरे-धीरे उन्होंने चलना फिरना शुरू किया और पढ़ाई में मन लगाया फिर उनका फोकस होकर बढ़ता चला गया. जिसका नतीजा यह हुआ कि माधव ने सीबीएससी बोर्ड में 500 में से 465 अंक अर्जित किए. माधव के इस हौसले को हर कोई सलाम कर रहा है.
माधव शरण की कई गंभीर सर्जरी हुई थी
बता दें, इस साल सीबीएससी बोर्ड का कुल पास प्रतिशत 82.98 रहा है. जो कि पिछले साल के मुकाबले 0.65 प्रतिशत बेहतर है. साल 2023 का पास प्रतिशत 87.33% रहा था. वहीं, राज्य की बात करें तो बोर्ड के अनुसार, तिरुवनंतपुरम के स्टूडेंट्स ने बाजी मारी है. यहां के छात्रों का परिणाम सबसे ज्यादा यानी 99.91% रहा है.
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