चीन में 'चिड़िया' बने लोग ! क्यों शेयर कर रहे पंख फड़फड़ाते और चहचहाते हुए वीडियो?
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चीन के लोगों ने वर्क कल्चर को लेकर अजीब प्रोटेस्ट शुरू किया है. इसके तहत टिकटॉक जैसे वीडियो प्लेटफॉर्म पर लड़के लड़कियां अपने शरीर को ओवरसाइज टी-शर्ट में छिपाकर, फर्नीचर के पीछे बैठकर चिड़िया की तरह चहचहाते हुए वीडियो पोस्ट कर रहे हैं.
चीन के युवाओं ने सोशल मीडिया पर देश के वर्क कल्चर के प्रति अपनी निराशा जताई है और 'चिड़िया' बन गए हैं. जी हां., आपने सही पढ़ा, यहां लोग 'चिड़िया' बनकर इसका विरोध कर रहे हैं. चीनी सोशल मीडिया पर 'बर्ड' ट्रेंड आजादी की चाहत का प्रतीक हो गया है.
बेबेलफिश एशिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रोटेस्ट के तहत टिकटॉक जैसे वीडियो प्लेटफॉर्म पर लड़के लड़कियां अपने शरीर को ओवरसाइज टी-शर्ट में छिपाकर, फर्नीचर के पीछे बैठकर चिड़िया की तरह चहचहाते हुए वीडियो पोस्ट कर रहे हैं. ये लोग चिड़ियों की तरह एक्सप्रेशन दे रहे हैं और टीशर्ट री बाजुओं को पंख की तरह फड़फड़ा रहे हैं.
दरअसल,ये लोग देश के 996 वर्क कल्चर का विरोध कर रहे हैं. 996 पॉलिसी के अनुसार कर्मचारियों को सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक सप्ताह में छह दिन काम करना पड़ता है. यानी हर एक व्यक्ति सप्ताह में कुल 72 घंटे काम करता है.
चिड़िया ही क्यों बन रहे लोग?
विरोध के लिए 'चिड़िया' बनने के पीछे का विचार लंबे समय तक पढ़ाई या काम करने से आजाद होना है. इस ट्रेंड को फॉलो करने वाले ज्यादातर यूजर या तो छात्र हैं, जो रैट रेस से थक चुके हैं और वह युवा हैं जो पढ़ाई खत्म होने पर जॉब्स को लेकर डर रहे हैं.
बेबेलफिश एशिया की रिपोर्ट का इंस्टाग्राम पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है. पोस्ट पर 1.16 लाख से ज्यादा लाइक हैं और लोग इस प्रोटेस्ट के सपोर्ट में ढेरों कमेंट कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा- 9 से 9 की नौकरी वो भी 6 दिन, ये करना बड़ी बात है चाहे आप कितने भी युवा हों. एक अन्य ने लिखा- ये प्रोटेस्ट जरूरी है, क्योंकि इतना काम कोई नहीं कर सकता. हालांकि , कुछ लोगों ने मजे लेते हैं ये भी कहा कि - इस तरह के विरोध से क्या होगा. आज की जनरेशन हर जगह एक जैसी है. काफी अजीब.
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