गौरवशाली पल! भारत में जन्मी नंदिनी दास ने जीता 2023 का ब्रिटिश एकेडमी बुक प्राइज, मिलेगी इतनी राशि
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नंदिनी दास की किताब 'कोर्टिंग इंडिया: इंग्लैंड, मुगल इंडिया एंड द ओरिजिन्स ऑफ एम्पायर' के लिए उन्हें ब्रिटिश एकेडमी बुक प्राइज विनर के तौर पर चुना गया है. इसके अलावा भारतीय मूल के क्रिस मंजाप्रा को 'ब्लैक घोस्ट ऑफ एम्पायर: द लॉन्ग डेथ ऑफ स्लेवरी एंड द फेल्योर ऑफ इमैन्सिपेशन' के लिए एक हजार पाउंड का इनाम दिया जाएगा.
भारत में जन्मी लेखिका नंदिनी दास (Nandini Das) ने अपनी बुक "Courting India: England, Mughal India and the Origins of Empire" के लिए ग्लोबल कल्चरल अंडरस्टैंडिंग के लिए 2023 ब्रिटिश एकेडमी बुक प्राइज जीतकर देश का नाम रौशन किया है. नंदिनी दास का नाम मंगलवार शाम को लंदन में ब्रिटिश एकेडमी के प्रोग्राम में विजेता के रूप में घोषित किया गया. 49 वर्षीय लेखिका नंदिनी दास इंग्लैंड की प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी फैकल्टी में प्रोफेसर हैं. कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी के बाद वे आगे की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड चली गई थीं.
नंदिनी दास की बुक में क्या है? नंदिनी दास की किताब 'कोर्टिंग इंडिया: इंग्लैंड, मुगल इंडिया एंड द ओरिजिन्स ऑफ एम्पायर' में उन्होंने मुगल दरबार में इंग्लैंड के पहले राजनियाक अभियान के माध्यम से बताई गई ब्रिटेन और भारत की सच्ची मूल कहानी को वर्णित किया है. उन्होंने 17वीं शताब्दी में भारत में इंग्लैंड के पहले राजदूत सर थॉमस रो के आने की कहानी के जरिये साम्राज्य की उत्पत्ति पर नया नजरिया रखने की कोशिश की है.
जूरी हेज प्रोफेसर चाल्र्स ट्रिप ने कहा कि भारत और ब्रिटेन की राजनीतिक हस्तियों, अधिकारियों और बिजनेसमैन के समकालीन स्रोतों का इस्तेमाल कर नंदिनी दास ने एक अद्वितीय तात्कलिकता दी है जो उस दौरान हुई शुरुआती गलतफहमियों को जीवंत कर देती है. उन्होंने कहा, "इसके अलावा, हमें इस कहानी के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के मूल्य के पहले राजदूत मिशन की याद दिलाई गई, लेकिन इसके चारों ओर सांस्कृतिक खदानों की भी याद दिलाई गई, जिनकी गूंज आज भी है."
नंदिनी दास को मिलेगी इतनी प्राइज मनी नंदिनी दास को ब्रिटिश एकेडमी बुक प्राइज 2023 जीतने पर 25,000 GBP पाउंड की राशि मिलेगी. इसके अलावा कैरेबिया में जन्मे अफ्रीकी और भारतीय मूल के क्रिस मंजाप्रा की बुक 'ब्लैक घोस्ट ऑफ एम्पायर: द लॉन्ग डेथ ऑफ स्लेवरी एंड द फेल्योर ऑफ इमैन्सिपेशन' समेत हर एक शॉर्टलिस्ट की गई बुक को एक-एक हजार पाउंड दिया जाएगा.
सितंबर में अनावरण की गई इस साल की शॉर्टलिस्ट में शामिल अन्य लोगों में तानिया ब्रैनिगन की लिखी 'रेड मेमोरी: लिविंग, रिमेम्बरिंग एंड फॉरगेटिंग चाइनाज कल्चरल रेवोल्यूशन', डैनियल फोलियार्ड की 'द वायलेंस ऑफ कोलोनियल फोटोग्राफी', आइरीन वैलेजो की 'पेपिरस: द इन्वेंशन ऑफ बुक्स इन द एंशिएंट वर्ल्ड' और दिमित्रिस ज़िगालाटास की 'रिचुअल: हाउ सीमिंगली सेंसलैस एक्ट्स मेक लाइफ वर्थ लिविंग' शामिल है.
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