गुजरातः नवरात्रि में महिला सुरक्षा के लिए अहमदाबाद पुलिस ने बनाया खास प्लान, गरबा मैदानों पर ऐसी रहेगी सुरक्षा
AajTak
शहर के जिस गली या सोसायटी में गरबा का आयोजन होता है, वहां आयोजित होने वाले सभी गरबा स्थलों की सूची बनाए जाएगी और वहां की सुरक्षा की जांच अहमदाबाद क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस पहले ही करेगी. जहां सीसीटीवी नहीं होंगे वहां सीसीटीवी लगाए जाएंगे.
गुजरात के विश्व प्रसिद्ध गरबा यानी नवरात्रि की तैयारियां जोरों पर हैं. ऐसे में अहमदाबाद पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक्शन प्लान तैयार किया है. अहमदाबाद पुलिस का मानना है कि महिला सुरक्षा में सेंघ न लगे यह प्राथमिकता है. पुलिस ने स्पष्ट किया है कि पार्टी प्लॉट और गरबा मैदान की पार्किंग और अंधेरे वाली जगहों पर अनिवार्य रूप से लाइटें लगानी होंगी. दुकानों पर सीसीटीवी लगाने होंगे. गरबा मैदान के रास्ते में आने वाले रेस्तरां और दुकानों में सीसीटीवी और लाइटें लगानी होंगी. इसके अलावा पुलिस ट्रेडिशनल पोशाक में मनचलों पर नजर रखेगी.
पुलिस ने बनाया एक्शन प्लान
अहमदाबाद महिला पुलिस थाने की ओर से एक एक्शन प्लान बनाया गया है. शहर के जिस गली या सोसायटी में गरबा का आयोजन होता है, वहां आयोजित होने वाले सभी गरबा स्थलों की सूची बनाए जाएगी और वहां की सुरक्षा की जांच अहमदाबाद क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस पहले ही करेगी. जहां सीसीटीवी नहीं होंगे वहां सीसीटीवी लगाए जाएंगे.
यह भी पढ़ें: Hit and Run Case: अहमदाबाद में नाबालिग मर्सिडीज ड्राइवर का पिता गिरफ्तार, सिक्योरिटी गार्ड की हुई थी मौत
नवरात्रि के दौरान महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अहमदाबाद महिला पुलिस स्टेशन की एसीपी हिमाला जोशी ने कहा कि आयोजकों के साथ होटल, रेस्तरां और खाद्य भंडार या व्यावसायिक स्थानों पर भी सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए जाएंगे. इसके अलावा सिग्नल या फोर रोड और इनर लेन सड़कों समेत मुख्य सड़कों पर भी सीसीटीवी कैमरे से पैनी नजर रखी जाएगी. खासकर सड़क के सामने वाली दुकानों या फूड स्टॉलों पर 24 घंटे सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी. गरबा स्थल के आसपास जहां कम या बिल्कुल रोशनी नहीं है, वहां पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था कर सीसीटीवी लगाए जाएं, इस तरह की व्यवस्था की जाएगी.
उन्होंने आगे कहा कि अहमदाबाद सिटी महिला पुलिस स्टेशन पूर्व-पश्चिम और IUCAW नवरात्रि के लिए एक विशेष टीम बनाएगी, जिसमें महिला पुलिस कर्मचारी सदस्य पारंपरिक पोशाक में पार्टी प्लॉट पर जाएंगी और भीड़ में घूमेंगी ताकि कोई भी अप्रिय घटना को रोका जा सके.
हरियाणा के गुरुग्राम में सड़क के गलत साइड पर चल रही कार से टकराने के बाद 23 वर्षीय बाइकर की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस द्वारा ढिलाई बरतने की खबरों के बाद, सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर काफी चर्चा हो रही है, जिसमें कई लोगों ने आरोप लगाया है कि कार चालक के कथित राजनीतिक प्रभाव के कारण मामले को दबाया जा रहा है.
जेपी नड्डा ने शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से राज्य के निजी अस्पतालों का बकाया चुकाने को कहा. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, मैं भगवंत मान से आग्रह करता हूं कि वह अस्पतालों का बकाया जल्द से जल्द चुकाएं, क्योंकि ऐसे कई परिवार हैं खासकर हमारे मेहनती किसान जो आयुष्मान भारत कार्यक्रम के तहत लाभान्वित हो रहे हैं.
त्रिरूपति मंदिर के प्रसाद को लेकर अब विवाद गहरा गया है. सवाल लोगों की आस्था का है. सवाल आस्था से खिलवाड़ का है. वो भक्त जिनके चढ़ावे तिरूपति दुनिया का सबसे अमीर मंदिरों में से एक है. वो भक्त जो अपने साथ सिर्फ प्रसाद लेकर नहीं जाते बल्कि प्रसाद के रूप में भगवान का आशीर्वाद लेकर जाते हैं. ऐसे में सवाल कि आखिर उनकी आस्था से खिलवाड़ का कौन जिम्मेदार है? देखें शंखनाद.
पुलिस ने बताया कि गुरुवार की सुबह हुंडई वेन्यू कार में पांच लोग सवार थे, जिनमें से चार दिल्ली विश्वविद्यालय के अलग-अलग कॉलेजों के छात्र हैं. ये सभी गुरुग्राम के एक पब में बर्थडे की पार्टी से लौट रहे थे. पुलिस ने कहा कि प्रथम दृष्टया, ऐसा लगता है कि कार तेज गति से चलाई जा रही थी और ड्राइवर ने कंट्रोल खो दिया, जिससे दुर्घटना हुई.
कर्नाटक मिल्क फेडरेशन जो कि शुद्ध घी आपूर्ति करता रहा है, उसने सफाई दी है कि वो जुलाई के बाद से ही घी आपूर्ति कर रहा है. ऐसे में जिस सप्लायर पर अंगुली उठी है, उसका नाम एआर डेयरी प्रोडक्ट लिमिटेड है. इस कंपनी का कहना है कि वो जांच के लिए तैयार है. उसके चार ट्रक घी में कोई शिकायत नहीं थी. पांचवें ट्रक को रोका गया था. मंदिर प्रशासन ने कहा है कि अब कंपनी को ब्लैक लिस्ट करके दंडात्मक कार्रवाई शुरू की गई है.
आंध्र प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि तिरुपति बालाजी के विश्व प्रसिद्ध मंदिर में जो लड्डू का प्रसाद बांटा जाता है. उसे तैयार करने वाले घी में मछली के तेल और जानवरों की चर्बी की मिलावट पाई गई है. इन आरोपों पर केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है और जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा दिया है...लेकिन इस खुलासे के बाद एक तरफ देश भर में सनातनियों के बीच आक्रोश का भाव नजर आ रहा है. ऐसे में सवाल ये कि करोड़ों सनातन धर्मावलंबियों की आस्था के साथ इतने बड़े महापाप की कोशिश क्या जान बूझकर की गई? देखें दंगल.
नवादा में दलित बस्ती में दंबगों ने 34 घरों में आग लगा दी. बताया जा रहा है कि जमीन विवाद के चलते ये सब किया गया. इस मामले में 28 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें से 15 को गिरफ्तार किया जा चुका है. ऐसे में जानते हैं कि दलितों पर अत्याचार के कितने मामले सामने आते हैं? और दलितों की सुरक्षा को लेकर कानून क्या है?