
गानों के रिक्रिएशन पर क्यों बोले राज कुमार, 'कुछ आइकॉनिक गानों को न छूए तो बेहतर..'
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अपनी फिल्मों में इंटेंस किरदारों के लिए पहचाने जाने वाले एक्टर राजकुमार राव ने हाल ही में अच्छा सिला दिया सॉन्ग से अपना म्यूजिकल डेब्यू किया है. राजकुमार अपने पहले सिंगल डेब्यू और गानों के रिएक्रिएशन पर अपनी राय रखते हैं.
राजकुमार राव पहली बार अपने फैंस के लिए म्यूजिक सिंगल का तोहफा लेकर आए हैं. बता दें, राजकुमार और नोरा फतेही 1993 में रिलीज हुई फिल्म 'बेवफा सनम' का आइकॉनिक सॉन्ग 'अच्छा सिला दिया' के रीक्रिएटेड वर्जन में नजर आने वाले हैं. सॉन्ग प्रमोशन के दौरान राजकुमार ने गानों के रिक्रिएशन ट्रेंड और इस गाने से जुड़ी अपनी मेमोरी हमसे शेयर करते हैं.
पिछले कुछ समय से गानों का रिक्रिएशन म्यूजिक इंडस्ट्री में डिबेटेबल मुद्दा रहा है. एक वर्ग जहां पुराने गानों के री-क्रिएशन को सपोर्ट करता है, तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें आइकॉनिक गानों से होने वाले छेड़छाड़ से प्रॉब्लम है. राजकुमार से जब गानों के रि-क्रिएशन ट्रेंड पर हमने बात की, तो उनका जवाब था, मैं मानता हूं कि कुछ गानें ऐसे होते हैं, जिन्हें आप आज के दौर का टच देकर उसे री-क्रिएट कर सकते हैं. आज की जनरेशन तक कई फेमस गाने या कह लें म्यूजिक नहीं पहुंच पाया है. ऐसे में इन गानों को उन्हें सुनाने के लिए री-क्रिएट करना अच्छा कदम है. पर हर गाना री-क्रिएट नहीं करना चाहिए, कुछ क्लासिक गानें हैं, जो अनटच ही रहे तो बेहतर है. चाहे वो म्यूजिक हो या सॉन्ग उनसे छेड़छाड़ नहीं किया जाना चाहिए. हां, यहां इंटेंशन मायने रखती है.
राज आगे बताते हैं, मैंने बचपन में ये गाना सुना था, उस वक्त मुझे बहुत पसंद आया था. जब बी प्राक मेरे पास ये सॉन्ग का री-क्रिएशन लेकर आए, तो मेरी यादें ताजा हो गईं और सच कहूं, तो मुझे इसके लिए हामी भरने में जरा भी देरी नहीं लगी थी. दरअसल इस गाने को उन्होंने बेहतर तरीके से री-प्रेजेंट किया है. पुराने गाने की आत्मा को जिंदा रखते हुए उन्होंने इसमें अपना टच और नया लिरिक्स ऐड किया है. इसे शूट करने के दौरान एक अच्छी चीज जो थी, वो है कि इसमें मुझे लिप सिंक नहीं करना पड़ा था.

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