गाजा में इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष की 18 साल पुरानी टाइमलाइन, जानिए कब-क्या हुआ
AajTak
इजरायल के आसमान पर इस वक्त जो बारूदी धुंध छाई है इसके पार बीते भूतकाल को देखने की कोशिश करेंगे तो यहां साल 2005 की एक तारीख दर्ज मिलेगी. इतिहास बताता है कि इजराइल-फिलिस्तीन के बीच चले आ रहे इस संघर्ष का इसी तारीख से कनेक्शन है. इसी साल गाजा पट्टी से इजराइल की वापसी हुई थी.
इजरायल में शनिवार की सुबह जब सूरज उगा तो उसकी किरणें सीधे इस देश की जमीन पर नहीं पड़ीं. उसका सामना इजरायल के आसमान पर छाई बारूदी धुंध से हुआ. ये धुंध उस नापाक हमले का नतीजा थी, जो हमास ने इजरायल पर किया था. फिलिस्तीनी इस्लामी मूवमेंट हमास ने शनिवार तड़के इजराइल पर वो कहर बरपाया, जो इस देश के इतिहास में अब तक नहीं हुआ था. हमास पर वहशीपन इस कदर हावी था कि इसने चंद मिनटों में ही 5 हजार रॉकेट दाग दिए और साथ ही गाजा से सीमा पार अपने लड़ाके भी भेजे.
गाजा में हमास के ठिकानों पर हमले शुरू इजराइल ने कहा कि वह युद्ध का सामना कर रहा है और उसने गाजा में हमास के ठिकानों पर हमले शुरू कर दिए हैं. इजराइली मीडिया ने दक्षिणी इजराइल में फिलिस्तीनी लड़ाकों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी की रिपोर्ट दी है.
साल 2005, जब गाजा से हुई इजरायल की वापसी युद्ध के इस माहौल के बीच न्यूज एजेंसी की जो रिपोर्ट सामने आई है, वह इजरायल पर छाई बारूदी धुंध के पार बीते भूतकाल को देखने की कोशिश करती है. जहां साल 2005 की एक तारीख दर्ज है और इतिहास बताता है कि इजराइल-फिलिस्तीन के बीच चले आ रहे इस संघर्ष का इसी तारीख से कनेक्शन है. साल 2005 वह दौर था, जब गाजा पट्टी से इजराइल की वापसी हुई थी. भीड़भाड़ वाले तटीय क्षेत्र में इजराइल और फिलिस्तीनी समूहों के बीच झड़पें लगातार चलती रही हैं. इस क्षेत्र में 23 लाख लोगों के घर हैं. इन खास तारीखों पर डालते हैं एक नजर-
अगस्त 2005ः मिडिल ईस्ट युद्ध में मिस्र से कब्जा करने के 38 साल बाद इजरायली सेनाएं एकतरफा रूप से गाजा से हट गईं, बस्तियों को छोड़ दिया और इसे फिलिस्तीनी अथॉरिटी के नियंत्रण में छोड़ दिया.
25 जनवरी, 2006: फिलिस्तीन के चुनाव में इस्लामवादी समूह हमास ने अधिकतर सीटों पर जीत हासिल की. इजराइल और अमेरिका ने फिलिस्तीनियों को सहायता बंद कर दी क्योंकि हमास ने हिंसा छोड़ने और इजराइल को मान्यता देने से इनकार कर दिया था.
25 जून, 2006: हमास के आतंकवादियों ने गाजा से सीमा पार हमले में इजराइली सेना के सिपाही गिलाद शालित को पकड़ लिया, जिससे इजराइली हवाई हमले और घुसपैठ हुई. पांच साल के बाद आखिरकार शालित को कैदियों की अदला-बदली के दौरान रिहा कर दिया गया.
क्या इजरायल के निशाने पर पाकिस्तान है? क्या पाकिस्तान के एटमी हथियारों को इजरायल तबाह करने का प्लान बना रहा है? क्या पाकिस्तान पर अमेरिकी बैन के पीछे इजरायल है? हमारा पड़ोसी देश भारत के अलावा अब इजरायल के खौफ में जीने को मजबूर है. पाकिस्तान को लग रहा है कि ईरान में सरकार बदलने के बाद पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को निशाना बनाया जाएगा. देखें वीडियो.
क्या इजरायल के निशाने पर पाकिस्तान है. क्या पाकिस्तान के एटमी हथियारों को इजरायल तबाह करने का प्लान बना रहा है. क्या पाकिस्तान पर अमेरिकी बैन के पीछे इजरायल है? हमारा पड़ोसी देश भारत के अलावा अब इजरायल के खौफ में जीने को मजबूर है. पाकिस्तान को ऐसा क्यों लग रहा है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को निशाना बनाया जाएगा? देखें.
हिंसक प्रदर्शनों के बीच अगस्त में शेख हसीना की सरकार गिर गई, और उन्होंने भारत में शरण ली. फिलहाल बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस सरकार है, जो देश पर हसीना को लौटाने का दबाव बना रही है. हाल में एक बार फिर वहां के विदेश मंत्रालय ने राजनयिक नोट भेजते हुए पूर्व पीएम की वापसी की मांग की. भारत के पास अब क्या विकल्प हैं?